दो परिचालक बर्खास्त तो आधा दर्जन के खिलाफ एस्मा के तहत केस दर्ज | Roadways strike in Bhiwani
भिवानी(सच कहूँ न्यूज) किलोमीटर स्कीम के तहत निजी बसों को परमिट दिए जाने के सरकार के फैसले पर जहां सरकार अडिग है तो दूसरी तरफ कर्मचारी भी मामले को लेकर पूरी तरह अब आमने-सामने आ गए हैं। पूरे प्रदेश में मंगलवार से दो दिनी हड़ताल (Roadways strike in Bhiwani)का अल्टीमेटम दिया गया था, मगर भिवानी में हड़ताल को बेअसर कर दिया गया, क्योंकि यहां खुद सूबे के सीएम भी मौजूद थे।
अल सुबह ही प्रशासन के आला अधिकारी बस स्टैंड पर पहुंच गए और बसें चलाने के आदेश दे दिए। सुबह की सभी बसें सुचारू रूप से चलीं वहीं जो कर्मचारी हड़ताल में शामिल रहे, उनके खिलाफ एस्मा के तहत कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। खुद उपायुक्त डॉ. अंशज सिंह व पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया भी बस स्टैंड पर सुबह तीन बजे से ही मौजूद रहे, ताकि बसों के परिचालन में कोई व्यवधान न हो। यात्री जरूर परेशान दिखे, मगर उनमें भी हड़ताली कर्मचारियों के प्रति रोष था।
सुबह से ही पुलिस बलों की तैनाती
उपायुक्त ने कहा कि सरकार के आदेशों के तहत ही कार्रवाई की जा रही है। किसी को भी व्यवधान नहीं डालने दिया जाएगा। जिन कर्मचारियों ने हड़ताल की है, उन पर एस्मा लगा दिया गया है और जो कर्मचारी अन्य कर्मचारियों को भड़का रहे थे, उन पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दे दिये गए हैं तथा 2 कर्मचारियों को बर्खास्त भी किया गया है। चप्पे-चप्पे पर अल सुबह से ही पुलिस बलों की तैनाती की गई थी। बसों को पुलिस कर्मचारियों की मौजूदगी में रवाना किया जा रहा था व उनमें भी पुलिस कर्मी भेजे जा रहे थे।
पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने कहा कि किसी भी तरह से कानून व्यवस्था को बिगडने नहीं दिया जाएगा। बसों का सुचारू परिचालन हो रहा है। वहीं कर्मचारी यूनियनों की गुटबाजी की वजह से भी हड़ताल बेअसर रही। हरिनारायण गुट के कर्मचारियों ने बसें चलाई। बस ड्राइवर पवन कुमार का कहना था कि वे बसें चला रहे हैं । दूसरी यूनियन ने उनकी हड़ताल के समय साथ नही दिया था तो आज वे हड़ताल नहीं करेंगे।
सरकार चाहे सभी कर्मचारियों को बर्खास्त करे, नहीं आने देंगे प्राईवेट बसें : कर्मचारी नेता
रोड़वेज कर्मचारी तालमेल कमेटी के बैनर तले कर्मचारियों ने वर्कशाप के बाहर ही 200 मीटर की दूरी पर धरना दिया। कर्मचारी नेता औमप्रकाश ग्रेवाल व नरेंद्र दिनोद ने कहा कि किसी भी तरह से कर्मचारी चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार हठधर्मिता अपना रही है। साथ ही कहा कि जब सरकारी बसों से फायदा है तो निजी परमिट दिए जोन का कोई तुक नहीं है। उन्होंने कहा कि बड़े घोटाले का अंदेशा है।
जहां एक ओर सीएम साफ कह चुके है कि इस मामले पर किसी भी तरह से सरकार नहीं झुकेगी तो दूसरी ओर कर्मचारियों ने भी दो टूक शब्दों में कहा है कि अगर सरकार जबरदस्ती करेगी तो चक्का जाम अनिश्चितकाल के लिए होगा।
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