राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने जांच शुरू की | Garlic
जयपुर(सच कहूँ न्यूज)। राजस्थान में एक तरफ तो लहसुन का भाव नहीं मिलने पर किसान आत्महत्या कर रहे है। वहीं दूसरी तरफ जोधपुर जिले में किसानों से समर्थन मुल्य पर लहसुन खरीद के लिए खोले गए खरीद केन्द्रों पर कार्यरत कर्मचारियों और व्यापारियों ने किसानों को चार से पांच हजार रूपए देने के साथ ही गिरदावरी लेकर करोड़ों रूपए का लहसुन (Garlic) बेच दिया। इस मामले में मिली शिकायत के बाद राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने जांच शुरू की है।
जांच में सामने आया कि जोधपुर को-आॅपरेटिव मार्केटिंग सोसायटी लिमिटेड ने इस मामले में सहकारिता विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ मिलकर यह गड़बड़ी की। एसीबी अधिकारियों ने इससे जुड़े दस्तावेज बरामद कर आधा दर्जन लोगों से पूछताछ शुरू की है। एसीबी का मानना है कि यह खरीद अब तक का सबसे बड़ा गबन हो सकता है। एसीबी अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार जोधपुर में किसानों से समर्थन मूल्य पर लहसुन खरीदने के लिए केन्द्र खोले गए थे । 50 मार्च से 30 जून तक 26 करोड़ 75 लाख रूपए से अधिक लहसुन खरीदा गया था। यह खरीद दस्तावेजों में किसानों के नाम से की गई थी। प्रत्येक किसान से अधिकतम 40 क्विंटल लहसुन खरीदे गए थे।
जांच में सामने आया कि खरीद केन्द्रों पर जो लहसुन आया था,इसमें अधिकांश लहसुन किसानों के स्थान पर व्यापारियों ने बेचा था। नियमों के तहत प्रत्येक किसान को अधिकतम 1.30 लाख रूपए का भुगतान किया गया था। लेकिन उन्हे सिर्फ पांच हजार रूपए ही मिले।
व्यापारियों ने सहकारिता विभाग और मार्केटिंग सोसायटी के कर्मचारियों से मिलीभगत करके करोड़ों रूपए का फजीर्वाड़ा कर लिया। व्यापारियों ने राजस्थान के कोटा,बारां और झालावाड़ सहित अन्य जिलों एवं मध्यप्रदेश के किसानों से सस्ते दामों पर लहसुन खरीदा और खरीद केन्द्रों पर बेच दिया। इस बारे में जोधपुर के मथानिया निवासी श्यामलाल गहलोत ने एसीबी में शिकायत की थी। इसके बाद एसीबी ने जांच शुरू की है। एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल सिंह ने बताया कि इस मामले में घोटाले के सबूत मिले है,जांच की जा रही है।
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