लीमा (एजेंसी)।स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने कहा है कि वेनेजुएला के मौजूदा आर्थिक और (Spain reiterates commitment to negotiate with Venezuela) राजनीतिक संकट को सुलझाने के लिए उनका देश बातचीत करने के लिए प्रतिबद्ध है और वह भी वहां के हालातों को लेकर काफी चिंतित है।
जून में प्रधानमंत्री का पद भार संभालने के बाद लातिन अमेरिका देशों का पहला दौरा कर रहे सांचेज ने चिली के राष्ट्रपति सेबेस्टियन पिनारा के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘वेनेजुएला का संकट काफी समय से पनप रहा था और हम इसे लेकर काफी चिंतित हैं और हम इस बात को भी स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का हमारा कोई इरादा भी नहीं है। उन्होंने कहा, ‘वेनेजुएला को बातचीत की शुरूआत खुद ही करनी है ताकि इस राजनीतिक संकट का समाधान निकाला जा सके और इस बातचीत में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी हिस्सा लेना होगा। हमारा वादा है कि अगर इस दिशा में कोई कदम उठाया जाता है तो हमारी भूमिका काफी सक्रिय होगी।
वेनेजुएला के नागरिकों को आने से रोका जा सके
लातिन अमेरिकी देशोें चिली, पेरू, मैक्सिको, अर्जेंटीना और ब्राजील ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो से देश में लोकतांत्रिक सुधारों को शुरू करने और अंतरराष्ट्रीय मानवीय सहायता स्वीकार करने का आग्रह किया है ताकि इन देशों में वेनेजुएला के नागरिकों के आने के सिलसिले को रोका जा सके। संयुक्त राष्ट्र ने शुक्रवार को वेनेजुएला की स्थिति पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा था कि वहां के हालात संकट जैसी स्थितियों में तब्दील हो रहे हैं।
वेनेजुएला के नागरिकों के बढ़ते प्रवास को देखते हुए इक्वाडोर तथा पेरू ने अपने यहां प्रवेश संबंधी नियमों को काफी कड़ा कर दिया है और ब्राजील में गुस्साए लोगों की भीड़ ने तो इन लोगों को सीमा से बाहर धकेल दिया था। इस घटना पर प्रतिक्रिया करते हुए सांचेज ने कहा, ‘मैं मानता हूं कि हमें वेनेजुएला के नागरिकों के बारे में यह बात भी ध्यान रखनी चाहिए कि वे देश के आर्थिक और राजनीतिक हालातों के चलते ही वहां से पलायन को मजबूर हैं और मानवीय पहलू को देखते हुए संकट को सुलझाने की दिशा में प्रयास किए जाने जरूरी है।
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