भारी बारिश के कारण(Heavy Rains)जम्मू-श्रीनगर में नेशनल हाईवे बंद कर दिया गया
शिमला (एजेंसी)।हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में गत 24 घंटों में भारी बारिश(Heavy Rains) लोगों के लिए आफत बन कर आई है जिसके कारण जहां बड़े पैमाने पर जानमाल, राजमार्गों, सम्पर्क सड़कों और रास्तों को नुकसान हुआ है वहीं स्थानीय जनजीवन भी अस्तव्यस्त हो गया है। राज्य में बारिश के फिलहाल थमने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
बारिश के कारण राज्य हमीरपुर जिले के भोरंज की जरलोग पंचायत अंतर्गत एक गांव में भूस्खलन होने से एक महिला और उसकी पोती की मलबे के नीचे दब कर मौत हो गई। इनकी शिनाख्त क्रमश: लाजो देवी और तनु के रूप में की गई है। कुल्लू जिले के मणिकर्ण के निकट कोटलागा गांव में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ में तीन घर बह गये हैं और इन घरों में रहने वाले तीन परिवारों के सदस्यों का कोई अता पता नहीं है। सोलन जिले के बरोटीवाला औद्योगिक कस्बे में गत रविवार को एक फैक्टरी की बाउंड्री की दीवार गिरने से तीन प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई।
केरल: बाढ़ से 8000 करोड़ से ज्यादा का नुकसान, 10 हजार किलोमीटर सड़कें हुई बर्बाद
केरल में पांच दिन से जारी बारिश-बाढ़ की वजह से 8316 करोड़ रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ है। 10 हजार किलोमीटर से ज्यादा सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय ने सोमवार को यह जानकारी दी।
भूस्खलन से सड़क मार्ग बंद
राज्य के किन्नौर जिले में बादल फटने के कारण आई बाढ़ में रिस्पा गांव में बड़ी तबाही हुई है वहीं चेरांग नाले में पानी के तेज बहाव के कारण गांव को जोड़ने वाला एक पुल और जनस्वास्थय विभाग पेयजल सुविधाएं बह गई हैं। जिला प्रशासन ने घटना की पुष्टि करते हुये बताया कि भूस्खलन के कारण भारत-तिब्बत राष्ट्रीय राजमार्ग का काजा-चांगो-किन्नौर भी मालिंग नाला के निकट अवरूद्ध होने के अलावा इसी मार्ग पर स्थित भारत-चीन सीमा का अंतिम गांव करछम का शेष भारत से सम्पर्क टूट गया है। इसी जिले के त्रांडा, सांगला, चरूआ-छोटा खम्बा और टापरी-जानी सम्पर्क मार्ग भी भूस्खलन के कारण बंद हैं।
भारी बारिश और इसके कारण सड़कों और रास्तों को हुये नुकसान के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में अनेक यात्री और पर्यटक फंसे हुये हैं। किन्नौर जिले में ही सांगला घाटी के निकट सांगला-करछम मार्ग रूतुरंग में भूस्खलन होने के कारण अवरूद्ध हो गया है जिससे वहां लगभग 15 वाहनों में लगभग 100 यात्रियों और पर्यटकों के फंसे होने की सूचना है। पहाड़ों के अभी भी बड़े पत्थर और मलबा गिर रहा है जिससे इस मार्ग के कल तक भी खुलने के आसार नहीं हैं।
प्रशासन ने बिना सूचना खोल दिए बांध के गेट :
केरल बिजली बोर्ड ने वायनाड जिले में गंभीर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। दरअसल, उसने बुधवार को सूचना दिए बगैर बनासुरा सागर बांध के सभी गेट खोल दिए थे। इससे जिले में बाढ़ के हालात बदतर हो गए। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को केरल का हवाई सर्वे किया। केंद्र से हरसंभव मदद का भरोसा दिया। उन्होंने 100 करोड़ रुपए के राहत पैकेज का ऐलान भी किया।
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