सीएम अमरेंद्र नहीं चाहते मोगा वाली गलती हो दोबारा
चंडीगढ़ (अश्वनी चावला)। मोगा एसएसपी नियुक्त करने मौके हुई गलती फिर से दोबारा न हो, इसलिए मुख्य मंत्री कार्यालय ईमानदार अधिकारियों की खुद लिस्ट तैयार करने में जुट गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा न सिर्फ ईमानदार अधिकारियों की लिस्ट तैयार की जा रही है, बल्कि उनको वरिष्ठता अनुसार रैकिंग भी दी जा रही है, जिससे तैनाती करने मौके फिर से कोई बड़ी चूक न हो, जिससे मुख्य मंत्री अमरिन्दर सिंह को अपने ही आदेशों को वापिस लेना पड़े। यह लिस्ट सिविल व पुलिस प्रशासन के आधिकारियों की तैयार की जा रही है।
वरिष्ठता के साथ ही हर तरह के लगे आरोपों व जांच
रिर्पोटों का लिस्ट में होगा जिक्र
जानकारी अनुसार बीते सप्ताह मोगा के एसएसपी राजजीत सिंह गंभीर आरोप लगने के बाद मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह द्वारा राजजीत का तबादला मोहाली बटालियन में करते हुए कमलजीत सिंह ढिल्लों को मोगा का एसएसपी नियुक्त कर दिया गया था परंतु कमलजीत सिंह ढिल्लों के खिलाफ भी भ्रष्टाचार व अन्य मामले सामने आने के बाद सरकार की जमकर किरकिरी होनी शुरू हो गई थी कि अमरिन्दर सिंह के पास कोई ईमानदार अधिकारी नहीं है, जो कि उन्होंने एक कथित तौर पर आरोपी अधिकारी को हटाते हुए इसी तरह के आरोपों के साथ जुड़े हो अधिकारी को तैनात कर दिया है।
कमलजीत सिंह के खिलाफ मुख्य मंत्री अमरिन्दर सिंह को रिपोर्ट मिलने के बाद उनका तबादला मोगा से तो कर दिया गया है इस मामले को मुख्य मंत्री अमरिन्दर सिंह के कार्यालय ने काफी गंभीरता से लिया है।
डीजीपी की भी तैयार हो रही जन्म कुंडली
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा नए डीजीपी की तलाश भी शुरू कर दी गई है। मुख्य मंत्री कार्यालय द्वारा मौजूदा आईपीएस आधिकारियों की वरिष्ठता लिस्ट को लेते हुए उसके साथ उनके कार्यकाल की रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जिससे मुख्य मंत्री अमरिन्दर सिंह के मांगने के बाद तुरंत ही सीनियर आईपीएस आधिकारियों की वरिष्ठता लिस्ट के साथ ही उनकी जन्म कुंडली भी मुख्य मंत्री अमरिन्दर सिंह को दे सकें। मौजूदा डीजीपी सुरेश अरोड़ा 30 सितम्बर को रिटायर होने जा रहे हैं।
उनके बाद 1984 कैडर के संमत कुमार गोयल, 1985 कैडर के मोहम्मद मुस्तफा, 1985 कैडर हरदीप सिंह ढिल्लों, 1986 कैडर के जसमिन्दर सिंह, 1986 कैडर के एस चटोपध्याए व 1986 कैडर के दिनकर गुप्ता हैं।
अमरिन्द्र सिंह द्वारा किसी भी अधिकारी का तबादला
करने से पहले दिखाई जाएगी लिस्ट
मुख्य मंत्री कार्यालय अब अपने स्तर पर ईमानदारी व वरिष्ठता अनुसार अपने पास एक अलग लिस्ट तैयार करने में जुट्ट गया है, जिसमें आईएएस, पीसीएस, आईपीएस व पीपीएस शामिल किए गए हैं। इस लिस्ट में सीनियरता के साथ ही हर अधिकारी की जन्मपत्री तैयार की जा रही है कि उसके खिलाफ कोई आरोप तो नहीं लगे हुए हैं या फिर उसके खिलाफ कोई जांच तो नहीं चल रही है।
इसके साथ ही पूर्व सरकारों दौरान उक्त अधिकारी का व्यवहार व काम करने का तरीका किस तरह का था। मुख्यमंत्री कार्यालय यह लिस्ट इस लिए तैयार कर रहा है, जिससे तबादलों करने मौके उच्च आधिकारियों द्वारा भेजी गई लिस्ट के साथ ही मुख्य मंत्री को कार्यलय की तरफ से तैयार की गई लिस्ट भी दे दी जाये। मुख्य मंत्री कार्यालय की तरफ से तैयार की गई लिस्ट को देखने के बाद ही किसी अधिकारी की बड़े पद पर के तैनाती की जाएगी।
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