नशों से मर रहे लोग, सरकार को कोस
रही नशेड़ियों की माताएं
संगरूर(गुरप्रीत सिंह)। पंजाब की कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व में बनी कांग्रेस सरकार अभी भी नशों पर काबू पाने में असफल साबित हो रही है जिसकी स्पष्ट तस्वीर पिछले दिनों से पंजाब के विभिन्न स्थानों से पर युवाओं की नशों की ओवरडोज के कारण हो रही मौतों द्वारा देखी जा सकती है
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पंजाब के लोगों के साथ वायदा किया था कि सरकार बनने के चार हफ़्तों के अंदर -अंदर पंजाब में से नशों का मुकम्मल खात्मा कर दिया जाएगा परंतु सरकार के बने डेढ़ वर्ष बाद भी नशों के कारण पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों में स्थरों के स्थर बिछ रहे हैं व नशेड़ियों की माताएं सरकार को कोस रही हैं।
नशों से बीते चार दिनों में 4 युवक समाए मौत के मुंह में
पिछले कुछ दिनों में 4 युवक इन नशों के कारण मौत के मुंह में जा समाए हैं। जानकारी मुताबिक पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों में नशों की सप्लाई में कोई कमी नहीं आ रही। नशीला पाउडर ‘चिट्टा’ पंजाब के इतिहास को काले अक्षरों के साथ लिख रहा है। निचले स्तर की सरकार की कोशिशों पर नजर मारें तो सिर्फ नशा कंट्रोल करने का दिखावा किया जा रहा है। पुलिस के सैमीनारों दौरान दिए जा चेतावनियों का नशों के समगलरों पर कोई प्रभाव नहीं हो रहा व वह धड़ाधड़ नशों की सप्लाई में जुटे हुए हैं।
हर जिला स्तर पर तैयार की बिना वेतन अधिकारियों की सेना जिनको प्रशासन द्वारा ‘डैपो’ का नाम दिया गया है, वह भी नशों के बेलगाम घोड़े को काबू करने से असमर्थ लग रहे हैं। प्रशासन द्वारा धड़ाधड़ इन डैपूओं को नशों पर काबू पाने की युक्तियां समझाई जातीं हैं परंतु कोई असर नहीं हो रहा।
नशों की बाढ़ ने पंजाब के युवकों को किया बर्बाद
इस संबंधी बातचीत करते युवा नेता व समाज सेवीं रुपिन्दर धीमान किक्की ने कहा कि बड़े ही दुख की बात है कि आज भी नशों के बाढ़ ने पंजाब की युवाओं को बर्बाद किया जा रहा जब राज्य में शिरोमणी अकाली दल की सरकार थी, तब विपक्ष उनपर नशों को न कंट्रोल करन का आरोप लगाते रहे परन्तु सरकार के बदलने के बावजूद भी नशों पर काबू नहीं पाया जा रहा, इस संबंधी गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।
उन्होंने यह भी कहा कि आज बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने की सरकार की तरफ से पहल की जानी चाहिए इस मसले पर बातचीत करते नशा छुड़ाओ केंद्र के प्रॉजैैक्ट डायरैक्टर मोहन शर्मा ने कहा कि जितनी देर नशों की सप्लाई तोड़ी नहीं जाती, तब तक नशों पर काबू पाना असंभव है नशों रूपी इस दलदल को रोकने के लिए लोगों को खुद ही अपने स्तर पर प्रयास करने होंगे। पुलिस को भी इस मामले पर जिम्मेदारी के साथ काम करना होगा।
ग्रामीणों को अपने स्तर पर करना होगा नशों को रोकने का प्रयास
सायंटेफिक अवेयरनैस एंड वैलफेयर फोर्म के अध्यक्ष डॉ. एएस मान ने कहा कि उन्हों ने गांव गांव में नशों विरोधी सैमीनार शुरु किए हुए हैं जिनमें यह बात उभर कर सामने आती है कि जितनी देर गांवों में लोगों द्वारा अपने स्तर पर नशा रोकू समितियां नहीं बन जातीं व लोग खुद इस सम्बन्धित ठीकरी पहरे नहीं लगाते, तब तक इस नशों के दरिया पर रोक लगाना असंभव है लोग इस बात को गंभीरता से लें।
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