तेजी से नीचे गिर रहा भू-जल स्तर, टयूबवैल के
बोर भी देने लगे जवाब, धान रोपाई पर संकट
- मानसून की बरसात में ही छोड़ा जाता है पानी
सच कहूँ/लाजपतराय/रादौर। किसानों के लिए वरदान साबित होने वाली पश्चिमी यमुनानहर लगभग 8 महीने से सूखी है। जिस कारण यह नहर अब किसानों के लिए अभिशाप बनकर रह गई है। सुखी नहर के कारण खादर क्षेत्र के गांव का भू-जलस्तर तेजी से नीचे गिरते जा रहा है। गिरते जल स्तर के कारण बहुत से गांवों में किसानों के टयूबवैल के बोर ठप्प होते जा रहे हैं, जिसके चलते किसानों के लिए धान की रोपाई करना मुश्किल हो गया है।
8 माह से पश्चिमी यमुनानहर का सूखना भी बड़ी वजह
किसानों की जीवन रेखा कही जाने वाली पश्चिमी यमुनानहर के सुखी होने से रादौर क्षेत्र तेजी से डार्क जोन की ओर बढता जा रहा है। रादौर के साथ लगता लाडवा ब्लॉक पहले से ही सरकार डार्क जोन घोषित कर चुकी है। ऐसे में अब सूखी नहर के कारण जल स्तर अचानक 20 से 25 फुट नीचे चले जाने के कारण किसानों के लिए खेती करना मुश्किल हो गया है। जिसको लेकर किसानों ने सरकार व सिंचाई विभाग से पश्चिमी यमुनानहर में जल्द से जल्द पानी छोडे जाने की मांग की है।
गांव खुर्दबन निवासी कर्मवीर खुर्दबन व धौलरा निवासी दलबीरसिंह ने बताया कि कई महीनों से पश्चिमी यमुनानहर सूखी पडृी है। नहर के सुखा होने का असर उनके टयूबवैल के पानी पर पड़ने लगा है। नहर के कारण पानी का जल स्तर बना रहता था। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से नहरी विभाग ने पश्चिमी यमुनानहर में पानी छोड़ना बंद कर दिया है। मात्र मानसून के दौरान ही बारिश होने पर नहर में पानी छोड़ा जाता है।
इन गांवों में तेजी से खिसक रहा पानी
सूखी नहर के कारण गांव खुर्दबन, धौलरा, धनौरा रतनगढ, कांजनू, जुब्बल, दामला, खुर्दी सांगीपुर, घेसपुर, रादौर, भगवानगढ, भगवानपुर, पोटली, आदि गांव में जल स्तर तेजी से नीचे गया है। इसका असर उनकी खेती पर पडा है। जब तक पश्चिमी यमुनानहर में पानी रहा तब तक उनका जल स्तर नीचे नहीं गया और उनकी खेती भी ठीक हुई।
लेकिन अब ऐसा नहीं है। नहर के सूखने का असर पूरे क्षेत्र के गांव में पड़ रहा है। इसके बावजूद नहरी विभाग नहर में पानी छोड़ने को लेकर गंभीर नहीं है। यदि समय रहते सरकार ने पश्चिमी यमुनानहर में पानी नहीं छोडा तो क्षेत्र को डार्क जोन में जाने से कोई नही रोक पाएगा जिसको लेकर किसानों ने सरकार व सिंचाई विभाग से पश्चिमी यमुनानहर में जल्द से जल्द पानी छोडेÞ जाने की मांग की है।
वहंीं नहरी विभाग के एसडीओ राजेश कुमार यादव ने बताया कि पानी की कमी के कारण नहर में पानी नहीं छोडा जा सका है। बरसात होने पर नहर में पानी छोडा जाएगा। 30 जून को विभाग की ओर से नहर में पानी छोडे जाने की योजना है।
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