सम्मान। सिविल सेवा परीक्षा-2017 उतीर्ण करने वाले प्रदेश के नव चयनित अधिकारियों को राज्यपाल ने पढ़ाया पाठ
- नवचयनित आईएएस से पब्लिक के ड्रीम्स का किंग बनने का आह्वान प्रदेश से चयनित
सच कहूँ न्यूज/गुरुग्राम। हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने शनिवार को सिविल सेवा परीक्षा-2017 में हरियाणा के चयनित उम्मीदवारों से कहा कि ‘आपको पब्लिक के ड्रीम्स का किंग बनना है अर्थात् जब आप कुर्सी पर बैठेंगे, आपको अधिकार मिलेंगे और लोग आशाएं, उम्मीदें तथा अपनी समस्याएं व ड्रीम्स लेकर आपके पास आएंगे तो आपको उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरना है।
यही आपकी सही परीक्षा होगी। राज्पाल शनिवार को गुरुग्राम के किंगडम आॅफ ड्रीम्स में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा-2017 में हरियाणा से चयनित उम्मीदवारों के सम्मान समारोह में बोल रहे थे। राज्यपाल ने इस परीक्षा में हरियाणा से चयनित उम्मीदवारों को सम्मानित भी किया।
सभी 49 उम्मीदवारों को किया सम्मानित
उन्होंने कहा कि हरियाणा की आबादी देश की 2 प्रतिशत है और यहां से 49 उम्मीदवार सिविल सेवा परीक्षा में उत्तीर्ण हुए हैं जोकि चयनित उम्मीदवारों का 5 प्रतिशत है। इनमें भी देश में पहले पांच उम्मीदवारों में 3 हरियाणा के हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा के युवाओं की यह उपलब्धि पूरे प्रदेश को स्वाभिमान प्रदान करती है।
राज्यपाल ने कहा कि हरियाणा हर दृष्टि से पूरे देश में अनुकरणीय बन रहा है, सरकार के सभी फलैगशिप कार्यक्रमों में हरियाणा बहुत आगे जा रहा है। उन्होंने बेटी बचाओ-बेटी पढाओ, खेलों इंडिया, रूस में आयोजित बधिर कुश्ती प्रतियोगिता, एनसीसी, रैडक्रॉस आदि योजनाओं का उल्लेख भी किया।
इस अवसर पर हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान के महानिदेशक जी प्रसन्ना कुमार, राज्य निर्वाचन आयुक्त दलीप सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष अधिकारी ओ पी सिंह, राजस्व विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव केसनी आनंद अरोड़ा, परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव धनपत सिंह, भारत सरकार के सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्रालय के सचिव युद्धवीर सिंह मलिक, जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी वी उमा शंकर, मण्डलायुक्त डा. डी सुरेश, सेवा निवृत आईएएस अधिकारी महेंद्र कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी वी कामराज सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
सिविल सर्वेंट्स में चार ‘सी’ होना जरूरी
सिविल सेवा परीक्षा 2017 में नव चयनित हरियाणा के उम्मीदवारों को संदेश देते हुए राज्यपाल ने पांच ‘अ’ पर जोर दिया और इसका अर्थ समझाते हुए कहा कि आस्था, आत्म संयम, आत्मीयता, आत्म विश्वास तथा अध्यात्मिकता के गुणों को अपने जीवन में अपनाकर वे लोगों को ‘गुड गवर्नेंस’ दे सकते हैं।
राज्यपाल ने उन्होंने सरदार वल्लभ भाई पटेल के शब्दों में सिविल सर्वेन्ट्स को भारत की सरकारी मशीनरी का स्टील फ्रेम वर्क बताया और कहा कि सिविल सर्वेंट्स में चार ‘सी’ का होना जरूरी है जिसमें कैलीबर, कपेसिटी, कंडक्ट और कै रेक्टर शामिल हैं।
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