ट्रैफिक नियमों को ताक पर रख युवा कर
रहे मौत की सवारी | Fast Speed
सच कहूँ-प्रदीप दलाल/कैथल। चंद सैकिंड़ों की तेजी (Fast Speed) लाखों लोगों की जिंदगी पर ब्रेक लगा देती है। जितनी मौतें प्राकृतिक आपदा और बीमारी से नहीं होती उससे कहीं अधिक मौतें सड़क दुर्घटनाओं के कारण हो रही हैं। हालांकि सड़कों पर ट्रैफिक को लेकर संकेत भी अंकित है लेकिन तेज रफ्तारी मौत की सवारी बनती जा रही है। जिस कारण न जाने कितने ही परिवार जीते जी मर रहे हैं।
पूरे विश्व मे सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या में भारत देश पहले पायदान पर है। जो बड़ी चिंता का विषय है। तेज रफ्तार के अलावा, शराब व अन्य नशे का सेवन, ट्रैफिक नियमों का पालन न करना और लापरवाही दुर्घटनाओं का बड़ा कारण है। सड़क दुर्घटनाओं का शिकार ऐसे लोग भी हो रहे हैं जो वाहनों को कम स्पीड में चलाते हैं लेकिन दूसरों की तेज स्पीड उनकी जिंदगी पर भी ब्रेक लगा देती है।
तेज रफ्तार से 62.2 फीसदी हादसे | Fast Speed
- 62.2 फीसदी सड़क हादसे तय सीमा से अधिक या बहुत अधिक गति से वाहन चलाने के कारण हुए।
- सबसे अधिक 61 फीसदी मौतें भी इसी कारण से हुईं। 4.2 फीसदी हादसे शराब पीकर गाड़ी चलाने से हुए।
- अधिकतर पुलिसकर्मी भी नहीं करते ट्रैफिक नियमों का पालन
कैथल में सैंकड़ों लोग सड़क दुर्घटना में खो चुके अपनी जिंदगी | Fast Speed
कैथल जिले में 2017 में सड़क दुर्घटना के 361 केस दर्ज हुए। जिनमें 173 लोगों की मृत्यु हो गई और 340 घायल हुए। जबकि 2018 में मई तक के सरकारी आंकड़े 146 केस रजिस्टर किए गए। जिनमें 76 लोगों की मृत्यु जबकि 112 घायल हुए। यह आंकड़े तो वो आंकड़े हैं जो रजिस्टर हैं। जबकि आंकड़ों की संख्या कहीं अधिक हो सकती है। ट्रैफिक एसएचओ मनदीप कुमार ने बताया कि ट्रैफिक नियमों की पालना को लेकर लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है। ट्रैफिक नियमों का पालन न करने वाले लोगों के चालान काटे जा रहे हैं।
छोटे बच्चे भी कर रहे हैं मौत की सवारी | Fast Speed
अभिभावक अपने बच्चों को दोपहिया वाहनों की चाबी देते हुए यह नहीं सोचते कि ऐसा करके वह अपने लाडले को मौत के मुंह में भेज रहे हैं। स्कूली बच्चों द्वारा की जा रही बेधड़क ड्राइविंग के कारण सड़क दुर्घटनाओं के मामले में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ऐसी स्थिति में सजा किसे मिलनी चाहिए, आरटीओ, यातायात विभाग या फिर पैरेंट्स को।
अधिकांश लोगों का मानना है कि बच्चों को गाड़ी की चॉबी थमाने वाले अभिभावक ही इसके मुख्य दोषी हैं। लिहाजा, ऐसे वाहन मालिकों के लाईसेंस निरस्त कर उन पर जुर्माना लगाना चाहिए, तभी स्थिति सुधर सकती है।
दुर्घटनाओं से बचाएंगे ये उपाय | Fast Speed
- ड्राइविंग शुरू करते समय तनाव में ना रहे।
- अपने दिमाग में चल रही परेशानियां दुर्घटना का कारण बन सकती है।
- सकारात्मक सोच रखना बहुत जरुरी है।
- कही भी जाने से पहले अपने वाहन को अच्छे से चेक कर ले कि उसमे कोई दिक्कत तो नहीं है।
- ड्राईविंग के समय कार के ब्रेक गियर को सावधानी से लगाए।
- कार को रिवर्स करने के लिए पहले कार को पूरी तरह से रोके।
- आबादी वाले इलाकों में भी कम स्पीड में ही कार चलाए।
- कार में ड्राइविंग करते समय आरामदायक स्थिति में शरीर को रखें जिससे हाथ, कमर घुटनों पर तनाव ना हो।
- शराब व नशे का सेवन कर वाहन न चलाए।
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