अंतरराष्ट्रीय जांचकर्ताओं को देश में जांच करने की मंजूरी
मानागुआ (वार्ता):
मध्य अमेरिकी देश निकारागुआ में पिछले कुछ सप्ताह से जारी हिंसा के बाद सरकार और विपक्षी समूहों के बीच संघर्षविराम को लेकर सहमति हो गई है। हिंसक घटनाओं में 170 लोग मारे जा चुके हैं। बीबीसी न्यूज ने शनिवार को यह जानकारी दी। हिंसक घटनाओं की जांच के लिए सच्चाई आयोग के गठन तथा अंतरराष्ट्रीय जांचकर्ताओं को देश में जांच करने की मंजूरी भी सरकार ने दे दी है। राजधानी मानागुआ में हुई इस आशय की बातचीत की मध्यस्थता रोमन कैथोलिक चर्च ने की थी।
सभी पक्षों द्वारा हिंसा और धमकियों को तत्काल
समाप्त किया जाना चाहिए
राष्ट्रपति डेनियल ओर्टेगा की सरकार की ओर से पेंशन और सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों में कटौती किये जाने के बाद गत 19 अप्रैल से सरकार के विरोध में प्रदर्शन शुरु हुए थे। इन कटौतियों के निर्णय को बाद में वापस ले लिया गया लेकिन ओर्टेगा सरकार के विरोध में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आये। सरकारी अधिकारियों, विपक्षी नागरिक समाज समूहों और कैथोलिक पादरियों ने कहा कि सभी पक्षों द्वारा हिंसा और धमकियों को तत्काल समाप्त किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सच्चाई अायोग सभी मौताें और हिंसक गतिविधियों की जांच के साथ-साथ उसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान भी करेगा।
संयुक्त राष्ट्र में मानवाधिकारों के उच्चायुक्त, मानवाधिकारों पर अंतर-अमेरिकी आयोग (आईएसीएचआर) और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधियों को निकारागुआ में जांच में मदद के लिए आमंत्रित किया जाएगा। आईएसीएचआर ने गत माह निकारागुआ दौरे के दौरान यहां प्रदर्शनों में व्यापक पैमाने पर मानवाधिकारों के उल्लंघन की शिकायत की थी। वर्ष 2007 से सत्ता में आये श्री ओर्टेगा के लिए गत दो माह से जारी विरोध प्रदर्शन गंभीर चुनौती के रुप में उभर कर सामने आई है। उनके आलोचक उनपर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाते हैं।
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