कहा-नोटिफिकेशन की कॉपी हाथ में आने पर करेंगी हड़ताल समाप्त
सरसा (सच-कहूँ न्यूज)।
सरकार द्वारा बार-बार की जा रही वायदाखिलाफी के विरोध में जिलेभर की समस्त आशा वर्कर्स ने शनिवार को नागरिक अस्पताल में मानव श्रृंखला बनाकर सरकार के प्रति अपना रोष जताया। रोजाना की भांति सभी आशा वर्कर्स जिला नागरिक अस्पताल में एकत्रित हुई। इसके बाद अस्पताल परिसर में ही मानव श्रृंखला बनाकर सरकार के प्रति अपना रोष जाहिर किया।
यही नहीं आशा वर्कर्स ने सरकार को चेताते हुए कहा है कि जब तक उनके हाथों में नोटिफिकेशन की कॉपी नहीं आती, तब तक वे अपना संघर्ष जारी रखेंगी। दूसरी ओर रोहतक में शनिवार को स्टेट बॉडी की मीटिंग भी चल रही है। मीटिंग में आगामी संघर्ष की रूपरेखा बनाई जाएगी। आशा वर्कर्स यूनियन की जिला सचिव मंजूरानी ने बताया कि एक फरवरी को भी सरकार ने उनके आंदोलन को देखते हुए उनकी कुछ मांगों को स्वीकार करते हुए नोटिफिकेशन जारी कर दिया था।
लेकिन चार माह बीतने के बाद भी सरकार ने उनकी मांगों का नोटिफिकेशन जारी नहीं किया। जिसके विरोध में उन्हें दोबारा से आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा। सरकार ने जिस प्रकार से पूर्व के नोटिफिकेशन में देरी के साथ-साथ उसे लागू करने में कुछ शर्तें लगा दी। उन्हें इस बार भी डर है कि कहीं पूर्व की भांति इस बार भी सरकार कोई शर्त न लगा दे।
सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान चला रही है
सचिव ने कहा कि एक तरफ तो सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान चला रही है। वहीं दूसरी ओर बेटियां इस भीष्ण गर्मी में ठोकरें खाने को मजबूर हैं। इस बार वे सरकार के आगे नहीं झुकेंगी। सरकार की वायदाखिलाफी के विरोध में 22 जून से करनाल में अनिश्वितकालीन महापड़ाव डाला जाएगा।
आशा वर्कर्स के काम की बदौलत ही हरियाणा में मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर में कमी आई है। पूर्ण टीकाकरण का ड्रॉपआउट कम हुआ है और संस्थापक डिलीवरी में बढ़ोतरी हुई है। आशा स्वास्थ्य विभाग के 40 से अधिक काम करती हैं। इसके बदले उन्हें बहुत ही कम मेहनताना मिलता है। इसलिए वेतन बढ़ोतरी की मांग जायज है। इस मौके पर गीता, पायल, ममता, वीरपाल, वंचित कौर, वीरपाल, रचना, दर्शना, शबीना, रमन, सुनीता उपस्थित थे।
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