पानीपत (सच कहूँ)। हरियाणा में बुधवार को आसमान में धूल छा गई, इस वजह से लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार दिन भर इसी तरह का मौसम रह सकता है और कहीं-कहीं धूल भरी आंधी भी आ सकती है। आने वाले दो दिन भीषण गर्मी पड़ने के कारण पारा बढ़ने के भी आसार हैं। 15 से 18 जून तक पश्चिम विक्षोभ की वजह से कुछ इलाकों में धूल भरी हवा चल सकती है और बरसात या बूंदाबांदी हो सकती है। इससे पारा एक से तीन डिग्री तक कम हो सकता है। मानसून के फ्लो में आई कमजोरी…
मानसून के फ्लो में कमजोरी आ गई है। अब सात दिन के बाद यह गति पकड़ेगा। महाराष्ट्र, ओडिसा पहुंचने के बाद ऐसा हुआ है। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि मानसून देरी से हरियाणा या अगल-बगल के राज्यों में लैंड करेगा। कई बार ऐसा होता है कि मानसून बीच रास्ते में कमजोर पड़ जाता है। इससे उत्तरी भारत के राज्यों को और गर्मी का सामना करना पड़ता है। मानसून के औसतन 122 दिन होते हैं और यह लगातार एक ही गति से नहीं चलता। सिस्टम पर निर्भर होता है, जब भी सिस्टम कमजोर पड़ता है तो मानसून का फ्लो भी कम हो जाता है। अबकी बार भी ऐसा ही हुआ है। मौसम के जानकारों कहना है कि मानसून कई बार जब कमजोर हुआ तो यह समय पर ही पहुंचा है।
हरियाणा में मानसून के पहुंचने की तारीख 27 जून है और दिल्ली में यह 29 जून को पहुंचता है
मानसून का फ्लो कमजोर होते ही पारा भी मैदानी इलाकों में बढ़ने लगा है। सिरसा में पारा 42.9 डिग्री तक पहुंच गया है, जबकि नारनौल में 42.3, हिसार में 41.5 डिग्री पारा हो चुका है। जीटी बेल्ट के करनाल जिले में पारा 42 डिग्री, अम्बाला में 41.8 डिग्री पारा रहा।