चंडीगढ़ (एजेंसी)। पंजाब कांग्रेस में आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रधान भगंवत मान को लेकर घमासान मच गया है। भगवंत मान के कांग्रेस में शामिल किए जाने की चर्चा से पार्टी में हलचल मच गई है। कांग्रेस के लुधियाना से सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा है कि भगवंत मान को कांग्रेस में शामिल किया जाना चाहिए। इस पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह गरम हो गए। उन्होंने बिट्टू पर नाराजगी जताते हुआ कहा है कि वह अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर न जाएं।
बिट्टू ने पंजाब आप के प्रधान भगवंत मान को कांग्रेस में लाने के सुझाव देकर राज्य में राजनीति को गर्मा दिया है। बिट्टू ने कहा है कि भगवंत मान को 2019 लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल कराया जाना चाहिए। इस पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बिट्टू को फटकार लगाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी नेताओं को ऐसी सार्वजनिक बयानबाजी से परहेज करने चाहिए। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि दूसरी पार्टियों के नेताओं को कांग्रेस में लाने संबंधी कोई भी फैसला लेना पार्टी हाईकमान के अधिकार क्षेत्र में होता है। पार्टी के मसलों के बारे में संबंधित विचार-विमर्श के लिए पार्टी मंच ही सही जगह होती है। कैप्टन ने बिट्टू के बयान पर हैरानी जताई और कहा कि इस तरह की चीजें कतई स्वीकार नहीं की जा सकती है।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि रवनीत बिट्टू को अपने विचार या तो पार्टी के महासचिव व पंजाब कांग्रेस के प्रधान को बताया चाहिए था। वह इस मामले पर मुझसे बात कर सकते थे, लेकिन इस तरह के मामले में सार्वजनिक रूप से बयानबाजी नहीं की जानी चाहिए। कैप्टन ने कह कि पार्टी के नियमों के मुताबिक किसी सांसद को पार्टी में शामिल करने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रधान की विशेष मंजूरी की जरूरत होती है। कैप्टन ने कहा कि बिट्टू कांग्रेस के सीनियर नेता होने के नाते पार्टी की कार्यप्रणाली से भलीभांति अवगत हैं। पार्टी के साथ संबंधित मामलों को सार्वजनिक तौर पर उठाना पार्टी के संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ है।