ग्राम पंचायत गोदिका का एतिहासिक फैसला
सरसा (सच कहूँ/सुनील वर्मा)। स्वच्छ भारत मिशन के तहत सरसा जिला के डबवाली उपमंडल के गांव गोदिका की ग्राम पंचायत ने खुले में शौच से बेटियों को मुक्ति दिलाने के लिए एक अनूठी पहल की शुरूआत की। ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत में प्रस्ताव पास कर निर्णय लिया है कि जिस घर में शौचालय नहीं होगा, वे उस गांव में अपनी बेटी की शादी नहीं करेंगे। यही नहीं इसके लिए एक समिति का भी गठन किया गया।
पंचायत के इस फैसले के बाद गांव की महिलाएं और बच्चों के चेहरे खुशी से खिल उठे हैं। खुले में शौच से मुक्त करने के लिए पंचायत का फैसला काफी हद तक कारगर साबित होगा। खुले में शौच जाने से गंदगी फैलती है, जिससे तरह-तरह की बीमारियां जन्म लेती हैं। जिला में यह शायद पहली ग्राम पंचायत होंगी जिसने अनूठी पहल शुरू की है। इस मौके पर पंच सुमन रानी, रेखा रानी पांच, हर्षा पंच, मदन लाल पंच, राजकुमार पंच, कुलदीप भिडा सरा, अर्जन कुमार, भूप सिंह, जय राम मास्टर, संदीप सरपंच झूटीखेड़ा, धर्मपाल बिडासरा, राय सिंह सहित ग्रमीण मौजूद थे।
ग्रामीणों ने पंचायत के फैसले का किया स्वागत
ग्राम पंचायत के इस फैसले का ग्रामीणों ने भी स्वागत किया है जहाँ गाँव की होनहार बेटियों ने भी पंचायत का भरपूर सहयोग देने की बात कही, गांव की बेटियों ने बताया की वे बेहद खुश है उनकी गाँव की पंचायत ने ऐसा कदम उठाया है। उनकी सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा उठाया है जिससे अब वे पराये घर जाकर भी सहज महसूस कर सकेगी। शादी के समय के समय वह खुश अपने माता पिता से यह शर्त रखेगी की जहाँ भी उनकी शादी हो वहां शौचालय का प्रबंध जरुर हो।
यह फैसला ग्राम पंचायत द्वारा मीटिंग कर सर्वसहमति से प्रस्ताव पारित कर पेश किया गया है। गांव के मुख्य स्थानों की दीवारों पर इस संदेश का बैनर लगवायें जायेगे, ताकि आमजन इसके प्रति जागरूक भी हो सकें और अपनी बेटी की हिफाजत खुद कर सके और बेटी को शौच के लिए घर से बाहर खुले में नही जाना पड़े।
धर्मपाल मूंदलिया, सरपंच गोदिका