चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। हरियाणा बिजली विभाग के विजिलैंस विंग ने गत वर्ष बिजली चोरी पर नकेल कसते हुए 666 करोड़ रुपए से अधिक की जुमार्ना राशि एकत्र कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। बिजली निगमों के एक प्रवक्ता ने बताया कि बिजली चोरी करने वालों पर कार्यवाही करते हुये, वित्त वर्ष 2017 में बिजली चोरी के कुल 95000 से अधिक मामले दर्ज किए गए। वहीं, इस वर्ष मई माह तक 22458 बिजली चोरी के मामले दर्ज किए जा चुके हैं। वित्त वर्ष 2017-18 में विजिलैंस विंग ने दोनों निगमों के अधिकारियों व कर्मचारियों के सहयोग।
प्रदेश भर में छापेमारी करके 337 करोड़ रुपए से अधिक की बिजली चोरी पकड़ी, डिस्केनेक्टिड उपभोक्ताओं से 275 करोड़ रुपए बकाया राशि वसूल की और 53 करोड़ रुपए गुरुग्राम व बहादुरगढ़ जिलों में स्पेशल ड्राईव के दौरान एकत्र किए। गत वर्ष अगस्त और सितंबर माह के दौरान गुरुग्राम और बहादुरगढ़ जिले में स्पेशल ड्राईव चलाकर 53 करोड़ रुपए से अधिक की बिजली चोरी पकड़ी गई और खराब व छेड़छाड़ किए गए मीटरों को भी बदला गया। बिजली चोरी पर नकेल कसने से बिजली निगमों के राजस्व में भी बढ़ोतरी हुई है। बिजली निगमों ने वित्त वर्ष 2017-18 में पिछले कई वर्षों की तुलना में सबसे अधिक राजस्व एकत्र किया है। 15 साल में पहली बार दोनों बिजली वितरण निगमों ने 115 करोड़ रुपए का लाभ अर्जित किया है।