आॅप्रेशन के दौरान डॉक्टर ने नर्सिंग स्टूडेंट को मारी लात

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रोहतक (सच कहूँ न्यूज)। पीजीआई में आॅप्रेशन के दौरान एक डॉक्टर द्वारा नर्सिग स्टूडेंस को लात मारने को लेकर जमकर हंगामा हुआ। नर्सिंग स्टूडेंट का आरोप है कि पीजीआई प्रशासन ने भी इस मामले में कोई कारवाई नहीं की है, जिस पर पीड़ित छात्रा के साथ अन्य नर्सिंग छात्राएं भी कुलपति कार्यालय पहुंची और धरने पर बैठ गई। नर्सिंग छात्राओं के धरने पर बैठने की सूचना मिलते ही पीजीआई पुलिस मौके पर पहुंची और छात्राओं से बातचीत की। बाद में कार्यकारी कुलपति वहां पहुंचे और नर्सिग छात्राओं से बातचीत की,

लेकिन छात्राएं आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कारवाई की मांग पर अड़ी रही। पीजीआई पुलिस का कहना है कि लिखित में शिकायत आते ही आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जानकारी के अनुसार पीजीआई के आॅप्रेशन थियेटर में डॉक्टर एआर बंसल एक मरीज का आॅप्रेशन कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने एक नर्सिग छात्रा को लात मार दी। मंगलवार को हुई इस घटना को लेकर पीड़िता ने विभागाध्यक्ष को शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। बुधवार को पीड़ित छात्रा ने अन्य नर्सिंग छात्राओं को इस बारे में बताया तो वे भी भड़क गई और नारेबाजी करते हुए कुलपति कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गई।

यह है पीड़ित छात्रा का आरोप

पीड़ित छात्रा का आरोप है कि मंगलवार सुबह वह ओटी में गई थी और जाते ही ये कहा गया कि ये स्लिप अटैंडेट को दे आओ। जब मैं स्लिप देने गई तो वहां कमरे में डाक्टर बंसल गाउन पहन रहे थे और मेरा उन्हें थोडा सा हाथ लग गया। इसी बात को लेकर डॉक्टर बंसल ने उसे लात मार दी थी, लेकिन विभागाध्यक्ष द्वारा कोई कारवाई नहीं की गई। पीडिता का यहां तक आरोप है कि डाक्टर ने उसे धमकाया भी था और कहा था कि जो करना है कर लो, तू मेरा कुछ नही बिगाड़ सकती।

छात्राएं बोली, बनाया जा रहा दबाव

धरने पर बैठी छात्राओं का यह भी कहना है कि उन पर दबाव बनाने के लिए मैस संचालक ने भी संदेश भिजवाया कि आप हॉस्टल आ जाएं, नहीं तो दोपहर का भोजन नहीं मिलेगा। यहीं नहीं जो जुलाई माह में छुट्टियां होनी थी, वे भी आज से ही करने का नोटिस दे दिया गया। छात्राओं का कहना है कि जब तक आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कारवाई नहीं होती है, वे धरना समाप्त नहीं करेंगी। कार्यकारी कुलपति डॉ. रोहताश यादव धरने पर पहुंचे और छात्राओं से बातचीत की।