टमाटर के लिए फायदेमंद तो बेल वाली फसलों के लिए हानिकारक है गर्मी

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सच कहूँ/देवीलाल बारना/कुरुक्षेत्र। गर्मी के लगातार बढ़ रहे प्रकोप के चलते जहां टमाटर उत्पादकों को फायदा मिल रहा है, वहीं बेल वाली सब्जी उत्पादकों के लिए पड़ रही भयंकर गर्मी घाटे का सौदा बन रही है। पिछले कई दिनों से हरियाणा में 40 डिग्री से ज्यादा तापमाल चल रहा है। भयंकर गर्मी के कारण जहां आम लोगों का जीना मुश्किल हो रहा है, वहीं किसानों के लिए भी गर्मी मुसीबत बन रही है।

इस वक्त बेल वाली सब्जियों का मौसम चला हुआ है, जिसमें घीया व तोरी मुख्य रूप से शामिल हैं। बेल वाली सभी सब्जियों में गर्मी नुकसान दायक साबित हो रही है। वहीं लोबिया, मूली व पालक के लिए भी ज्यादा गर्मी नुकसानदायक है। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक व सब्जी विशेषज्ञ डॉ. सीबी सिंह ने दैनिक सच कहूँ से विशेष बातचीत में बताया कि 40 डिग्री से ज्यादा तापमान बेल वाली सब्जयों के लिए हानिकारक है।

उन्होंने बताया कि 40 डिग्री सेल्सियस तापमान होने पर बेलों पर फीमेल फूल नहीं आते, जिसके बाद सिर्फ मेल फूलों से फल बन ही नहीं पाता और बेलें सब्जी रहित रह जाती हैं। गर्मी के मौसम में पौधों की ग्रोथ रूक जाती है। इसका कोई उपचार भी नही है, इसलिए किसान व्यर्थ में किसी पेस्टीसाईड़ का छिड़काव न करेंं।

बेवजह भेड़ चाल में न फंसें किसान

सीबी सिंह ने कहा कि ज्यादातर किसान बगैर किसी बीमारी के भी अपनी फसलों में पेस्टीसाईड का छिड़काव करते रहते हैं, जिस कारण किसानों को नुकसान हो रहा है। उन्होंने बताया कि आजकल भिंड़ी की फसल में कोई भी बीमारी नहीं है, इसलिए भिंड़ी में कोई भी पेस्टीसाईड न डालें। वहीं कई किसान ग्रोथ के लिए छिड़काव कर रहे हैं। ग्रोथ करने के लिए कोई भी पेस्टीसाईड कार्य नहीं करता, इसलिए कोई भी स्प्रे न करें।

टमाटर का बढ़ा है उत्पादन

इस साल डॉ. सीबी सिंह ने बताया कि इस वर्ष टमाटर का उत्पादन काफी बढ़ा है, जब तक बरसात का मौसम शुरु नहीं होता, तब तक टमाटर का उत्पादन चलता रहेगा। कुरुक्षेत्र जिले की यदि बात करें तो लाडवा एरिया में सबसे ज्यादा टमाटर का उत्पादन होता है, वहीं शाहबाद एरिया में भी काफी टमाटर उगाया जाता है। उन्होंने किसानों को सलाह दी कि टमाटर के भयंकर गर्मी से बचाव के लिए टमाटर में 15-15 दिन के बाद पीसीपीए कैमिकल का छिड़काव करें।

रोजाना सायं के समय दें पानी

फसल में गर्मी का प्रकोप कम पडे, इसके लिए रोजाना सायं के समय सिंचाई करते रहें। डा. सीबी सिंह ने बताया कि सुबह के समय सिंचाई न करें। सुबह के समय सिंचाई करने से दोपहर के समय पानी गर्मी से उबल जाता है व फसल खराब हो जाती है।