दिल्ली(एजेंसी) कर्नाटक में जदएस-कांग्रेस की गठबंधन सरकार के मुखिया तौर पर एचडी कुमारस्वामी बुधवार को शपथ ग्रहण करेंगे। उनके साथ दलित नेता और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जी. परमेश्वर उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। शाम 4.30 होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में गैर-राजग दलों के कई नेता और मुख्यमंत्री शामिल होंगे।
गठबंधन सरकार में 22 मंत्री कांग्रेस के और 12 जदएस से होंगे
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव और पार्टी के प्रदेश प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने बताया कि पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता रमेश कुमार विधानसभा के अध्यक्ष होंगे। विधानसभा उपाध्यक्ष जदएस से होंगे। गठबंधन सरकार में 22 मंत्री कांग्रेस के और 12 मंत्री जदएस के होंगे। उन्हें गुरुवार को होने वाले बहुमत परीक्षण के बाद शपथ दिलाई जाएगी। वहीं, कुमारस्वामी ने बताया कि मंत्रियों के विभाग बंटवारे पर गुरुवार को ही विचार-विमर्श किया जाएगा। इसके अलावा सरकार के सुचारू संचालन के लिए एक समन्वय समिति भी बनाई जाएगी।
शिवकुमार नहीं बन पाए उपमुख्यमंत्री
उपमुख्यमंत्री पद की दौड़ में कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार का नाम भी आगे था, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस पद के लिए जी. परमेश्वर के नाम को मंजूरी दी। बताते हैं कि जदएस प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा को उनके नाम पर आपत्ति थी, क्योंकि गौड़ा परिवार और शिवकुमार दोनों ही वोक्कालिगा समुदाय से हैं और शिवकुमार को उनका कट्टर प्रतिद्वंदी माना जाता है। हालांकि, देवेगौड़ा ने इन खबरों को पूरी तरह गलत बताया है।
कई विपक्षी नेता करेंगे शिरकत
शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, राजद के तेजस्वी यादव, नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आदि शिरकत करेंगे।
पांच साल गठबंधन सरकार चलाना बड़ी चुनौती: कुमारस्वामी
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे जदएस नेता कुमारस्वामी ने कहा है कि अगले पांच साल तक कांग्रेस-जदएस की गठबंधन सरकार चलाना उनके लिए ‘बड़ी चुनौती’ होगी। मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में कुमारस्वामी ने कहा, ‘यह मेरी जिंदगी की बड़ी चुनौती है।मुझे इस बात की उम्मीद नहीं है कि मैं मुख्यमंत्री के तौर पर अपने दायित्व आसानी से निभा पाऊंगा। ‘ सिर्फ मुझे ही नहीं, राज्य के लोगों को भी संदेह है कि क्या यह सरकार सुचारू रूप से चल पाएगी, लेकिन मुझे विश्वास है कि शारदाम्बे और श्रृंगेरी जगतगुरु (शंकराचार्य) की अनुकंपा से हर चीज आसान हो जाएगी।’ इससे पूर्व, कुमारस्वामी ने मंगलवार को श्रृंगेरी शारदा मंदिर, दक्षिणाम्या पीठम और प्रसिद्ध मंजूनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की।