मीडिया के नित नये हथकंडों से करोड़ों अनुयायियों की आस्था को लग रहा गहरा आघात
नई दिल्ली। डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां पर कथित आरोपों के बाद उपजे हालातों को डेरा विरोधी ताकतों ने जमकर भुनाया है। पंचकुला की हिंसा से लेकर न्यायालय की कार्रवाई की गतिविधियों का तमाशा बना दिया गया। विरोधी जनों और मीडिया ने माननीय न्यायालय की अवमानना तक कर डाली। अब नये हथकंडों, साजिशों के तहत हदें पार करते हुए पिता पुत्री के पावन रिश्तों पर भी वार शुरू कर दिये गये हैं। जो करोड़ों अनुयायियों को नागवार गुजर रहा हैं।
पूज्य गुरूजी को न्यायालय द्वारा सजा सुनाये जाने के उपरांत करोड़ों अनुयायियों को असहनीय आघात पहुंचा था , लेकिन न्यायालय के आदेशों का सम्मान करते हुए अनुयायीयों ने धैर्य और संयम की अग्नि परीक्षा दी। प्रशासन द्वारा उठाये कदमों के साथ डेरा प्रेमियों ने अमन की बात की। वह अपने अराध्य के दिशा निदेर्शों का पालन करते रहे। इस बीच डेरा सच्चा सौदा की विरोधी ताकतों और मीडिया ने कुरूपता के साथ पूज्य गुरूजी की निर्मल, कर्मण्यता की छवि को धूमिल करने का षडयंत्र रचा।
वह कई दिनों तक देश की सवा सौ करोड़ जनता को मानसिक रूप से यौन विकारों युक्त सामग्री परोसत रहे है, जो हमारी सभ्यता , संस्कारों के विरूद्ध थी। सभ्य समाज के आचरण के काबिल नहीं थी। करोड़ों लोगों व भारतीय संस्कृति व परंपराओं पर चोट पहुंचाने का कुत्सित प्रयास अब विरोधी जनों और कुरूपता की ओढ़नी ओढे कुछ मीडिया हाउस पूज्य गुरूजी और उनकी पुत्री साहिबजादी हनीप्रीत इन्सां के पावन रिश्तों पर अंगुली उठाकर, करोड़ों अनुयायियों की आस्था पर गहरी चोट कर रहे हैं।
कैसी विडम्बना है कि ओछी, नकारात्मक मानसिकताओं ने पिता-पुत्री के पावन संबंधों को सूली पर चढ़ाने का कुत्सित षडयंत्र रचा है,जो हमारी भारतीय संस्कृति और परंपराओं में एक बेहद अशोभनीय, घृणित कर्म माना जाता है। इस तरह के लोगों की मनोवृति के गिरने का स्तर, किस निम्नता पर जा पहुंचा है। यह एक शोचनीय दशा हैं। पूज्य गुरूजी के साथ मानवता भलाई कार्यक्रमों में कदम से कदम मिलाकर आहूति देती साहिबजादी हनीप्रीत इन्सां का योगदान बेहद महत्वपूर्ण माना जाता रहा है। डेरा सच्चा सौदा के महत्वपूर्ण भलाई कार्यो में विशिष्ट भूमिका को लेकर विरोधियों में बैचेनी बढ़ी। साहिबजादी हनीप्रीत इन्सां के पूर्व वैवाहिक समय को टारगेट बनाकर अनाप-शनाप ,भद्दे आरोप मढ़ेज जा रहे हैं ,जो निराधार, तथ्यों से परें अशोभनीय और मानसिक दुराग्रह से प्रेरित हैं।
वास्तव में हनीप्रीत इन्सां के तलाकशुदा पति विश्वास गुप्ता और उनके पिता ने मीडिया से रू-ब-रू होकर इन आरोपों को नकारा था कि उनके डेरा सच्चा सौदा या पूज्य गुरू जी अथवा साहिबजादी हनीप्रीत सिंह इन्सां से कोई मतभेद है ,बल्कि उन्होंने मीडिया को यहां तक बताया था कि डेरा सच्चा सौदा से निष्कासित कुछ तत्व डेरा को बदनाम करने का षडयंत्र रचते रहे हैं। जो डेरा सच्चा सौदा के प्रति जहर उगलने और विरोधी भावनाओं के उकसाने का काम करते हैं। इस आशय की वीडियो क्लीपिंग आज भी डेरा सच्चा सौदा के प्रशासन तंत्र के पास है। इसी मामले से सच सामने आ जाता है कि तलाक के बाद साहिबजादी हनीप्रीत सिंह इन्सां और विश्वास गुप्ता व उनके परिवार के बीच कोई दुराग्रह बचा ही नहीं था। अब केवल विरोधीगण ऐसे आधारहीन मामलों को हवा देकर तूल दे रहे हैं। जो किसी भी स्तर पर मान्य नहीं हो सकते।
पिता-पुत्री के पावन रिश्तों पर स्याह रचने की कोशिश करने वालों दुष्चरित्रों को यह ख्याल ही नहीं रहा कि करोड़ों लोगों को चरित्र का पाठ पढ़ाने वाले सतगुरू वैश्याओं का उद्धार करते रहे हैं। गरीब बेटियों की शादियां रचते रहे । कन्या भू्रण हत्याओं पर मिशन चलाते रहे । नारी सम्मान जहां शीर्ष पर हो, नारी उत्थान के कार्यक्रमों की बाढ़ डेरा सच्चा सौदा में आती रही हो। भला वह सतगुरू अपनी ही बेटी के पावन रिश्तों को कितनी ऊंचाई दे सकते हैं। यह विरोधी मानसिकताओं की सोच से बहुत ऊपर की बात है।