किसानों का जेल भरो आंदोलन, डीसी दफ्तर के दोनों गेट रहे बंद
संगरूर (सच कहूँ न्यूज)। चुनावों दौरान कैप्टन सरकार द्वारा किसानों से किए वादों को पूरा न करने के खिलाफ बुधवार को किसान संगठनों ने प्रबंधकीय परिसर पर हल्ला बोला। डीसी कार्यालय को दोनों गेटों पर किसानों के प्रदर्शन ने पुलिस की सिरदर्दी बढ़ा दी। हालांकि, पुलिस ने किसी को भी अंदर घुसने नहीं दिया, लेकिन किसानों के हल्ला बोल प्रदर्शन ने प्रशासन को एक बार सकते में जरूर डाल दिया। कुल हिंद किसान सभा जहां एक नंबर गेट पर डटी रही, वहीं दूसरी तरफ पंजाब किसान संगठन ने नेतृत्व में किसानों ने दूसरा गेट घेर लिया। किसानों ने बेरीकेड्स फांदकर डीसी दफ्तर में घुसने की कोशिश की, किंतु पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक लिया। किसानों ने बेरीकेड्स पर चढ़कर ही पंजाब सरकार मुदार्बाद के नारे लगाए।
- आमजन डीसी परिसर में काम करवाने के लिए होते रहे परेशान
- पुलिस ने किसानों को परिसर के बाहर ही रोका
- 15 अगस्त तक जारी रहेगा संघर्ष
कुर्बानियां देने के लिए तैयार रहें किसान
इस मौके पर किसानों ने कहा कि पंजाब सरकार चुनावों के समय किए अपने वादे को पूरा करे, क्योंकि कर्ज के जाल में फंसा किसान हर रोज आत्महत्याएं कर रहा है। पूरे देश में किसानों की तरफ से शुरू किया यह आंदोलन 15 अगस्त तक लगातार जारी रहेगा। भारतीय किसान यूनियन सिद्धुपूर के जिला प्रधान बिक्रमजीत सिंह लौंगोवाल व भारतीय किसान यूनियन कांदियां के जिला नेता भूपिंदर सिंह बनभौरा ने संबोधित करते किसानों को बड़ी कुर्बानियों के लिए तैयार रहने की अपील करते कहा कि किसानों की तरफ से शुरू किया यह संघर्ष या तो सरकार को किए वादे पूरे करने के लिए मजबूर कर देगा या आगामी समय में सियासी लोग कोई भी वादा करने से पहले 100 बार सोचेंगे।
आम जनता हुई परेशान
प्रबंधकीय परिसर में धरना प्रदर्शन चलते रहते हैं, लेकिन कभी ऐसी स्थिति नहीं आई, जैसी आज जनता को झेलनी पड़ी। किसानों के एकदम से हल्ला प्रदर्शन से डीसी कार्यालय के दोनों गेटों को बंद कर दिया गया। ऐसी स्थिति में डीसी कार्यालय में अपने वाहनों पर काम करवाने आने वाले जनता को भारी समस्या का सामना करना पड़ा। सेवा केंद्र में अपना काम करवाने आए गुरजंट सिंह ने कहा कि एक तो सुविधा केंद्र में काम नहीं हुआ और दूसरा यहां परेशानी अलग। छोटे वाहनों को लोगों ने छोटे दरवाजे से बमुश्किल निकाला।
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