देश का युवा अपने पथ से भटक रहा है। जहां कहीं देशभक्ति की बात आती है, तो हर किसी के अंदर देशप्रेम की भावना हिलोरें लेने लगती है, मगर इस दायरे से बाहर आते ही फिर से लोग अपनी-अपनी स्वार्थ पूर्ति के लिए भिन्न-भिन्न कृत्यों में संलग्न हो जाते हैं। वर्तमान में व्यक्ति का मकसद स्वार्थ सिद्धी रह गया है। व्यक्ति को केवल भौतिक सुख चाहिए, चाहे जैसे भी मिले और इसकी पूर्ति के लिए लोग ठगी, बेईमानी और भ्रष्टाचार के काले धंधे में लिप्त हुआ पड़ा है।
क्या आपने कभी सोचा कि अपने कृत्यों से आप देश को क्या दे रहे हैं? क्या हम देश के प्रति अपने दायित्वों को समझ रहे हैं? आज का मानव केवल और केवल अपने अधिकारों की ही बात करता है और कहता है कि मुझे देश ने क्या दिया? लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपने देश के लिए क्या किया? चलो हम सामान्य बात करते हैं। जब आप सड़क का प्रयोग कर रहे होते हैं, तब क्या आप सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करते हैं? सड़क पर चलते समय चाहे आप पैदल हैं या गाड़ी में हैं, केले, मूंगफली और कचरे को यहां-वहां फेंक देते हैं। यानि आप सफाई का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखते। दूसरा, आपके द्वारा फैंके गए छिलकों पर कोई व्यक्ति फिसल कर गिर सकता है, मोटर साइकिल या अन्य दुपहिया वाहन चालक फिसल कर चोट खा सकता है।
अब बात है प्रदूषण की। एयर कंडीशन में रहना, एयर कंडीशन में चलना आज का फैशन सा बन गया है। जबकि हर किसी को पता है कि इससे कितना प्रदूषण वातावरण में फैल रहा है। फिर आज की युवा पीढ़ी के कुछेक नौजवानों का जवाब नहीं, जो साइलेंसर रहित मोटर साइकिल का प्रयोग करते हुए पटाखों की कर्कश ध्वनि से ध्वनि प्रदूषण फैला रहे हैं।
बहुत बार देखने में आता है कि किसी कार्यक्रम के तहत सैकड़ों-हजारों लोगों का हुजूम इकट्ठा हो जाता है और देशभक्ति का स्वरूप बनाने की कोशिश की जाती है। जैसे आजकल कावड़ ले जाने वाले युवा तिरंगे झंडे को लेकर बड़े ही आदर के साथ यात्रा कर रहे हैं। ये एक अच्छी पहल है, क्योंकि हमारे लिए तिरंगे से बढ़कर कुछ भी नहीं हैं। लेकिन यही युवा दूसरी ओर यातायात के नियमों को खुलम-खुल्ला चुनौती दे रहे हैं। फिर एक पुलिस वाला वर्दी में सड़क के चौराहे पर खड़ा होकर यातायात को सुरक्षित गुजार रहा है। ऐसे में देश के हर नागरिक का कर्त्तव्य बनता है कि वह सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करके भी अपनी देशभक्ति का परिचय दे।
देश 15 अगस्त को 70वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। आज देश में जागरूकता और सही मार्ग दर्शन की आवश्यकता है। देशभक्ति को जगाने के लिए हमें अपने सोये हुए जमीर को जगाना होगा। अपने नागरिक कर्त्तव्यों को आत्मसात करना होगा। हमारी पुरातन सभ्यता, जो पूरे विश्व में प्रथम स्थान पर है, उसका मान-सम्मान बनाए रखने का दायित्व देश के प्रत्येक नागरिक के कंधों पर है। इस समय जब चीन, पाकिस्तान जैसे देश हमारे देश पर आंख लगाए बैठे हैं, ऐसे में हमारी सीमा पर तैनात सैनिक उनसे लड़ने को तैयार हैं ही, साथ देश के प्रत्येक नागरिक को भी अपनी जिम्मेवारी समझते हुए देशहित के कार्य करने चाहिएं।
कई बार लोग कहते हैं कि मैं भी समाज सेवा करना चाहता हूँ। तो मैं उन्हें कहता हूँ कि समाज सेवा अपने घर से आरम्भ करें। अपने बच्चों को अच्छे और देशभक्ति के संस्कार दें। समाज में रहते हुए कई छोटे-छोटे कार्य हैं, उनके माध्यम से हम समाज सेवा कर सकते हैं। उदाहरण के लिए सफाई व्यवस्था, पेड़-पौधे लगाना, वातावरण को शुद्ध रखना, सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करना, कानून का सम्मान करना इत्यादि आप बच्चों को सिखा सकते हैं। आज हमारे देश का सौभाग्य है कि प्रधानमन्त्री के रूप में हमे नरेंद्र मोदी जी जैसे राजनायक मिले हैं, जिन्होंने लोगों में देशप्रेम की भावना जगाने में अहम् भूमिका अदा की है।
देश 15 अगस्त को 70वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। आज देश में जागरूकता और सही मार्ग दर्शन की आवश्यकता है। देशभक्ति को जगाने के लिए हमें अपने सोये हुए जमीर को जगाना होगा। अपने नागरिक कर्त्तव्यों को आत्मसात करना होगा।
-डॉ. अशोक कुमार वर्मा इन्सां
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