इतिहास बनाने का गंवा दिया मौका | Women World Cup 2017
लंदन: वुमन्स वर्ल्ड कप 2017 (Women World Cup 2017) का फाइनल मैच रविवार को इंग्लैंड और इंडिया के बीच लंदन के लॉर्ड्स में खेला गया। जिसमें इंडियन टीम नजदीकी मुकाबले में इंग्लैंड से 9 रन से हार गई। इस हार के बाद इंडियन टीम ने 34 साल बाद लॉर्ड्स में इतिहास बनाने का मौका गंवा दिया। 1983 में इसी मैदान पर कपिल देव की कैप्टेंसी में टीम इंडिया ने वेस्ट इंडीज की टीम को हराकर पहली बार वर्ल्डकप जीता था। वहीं ऐसा लग रहा था कि भारतीय टीम 44 साल के सूखे को खत्म करेगी, अब भी इस बात का हर फैन और एक्सपर्ट को भरोसा था। मगर क्रीज पर आते ही भारतीय टीम की सबसे अनुभवी प्लेयर झूलन गोस्वामी भी दो गेंद बाद ही चलती बनीं।
जीत के करीब पहुंच हारी टीम इंडिया | Women World Cup 2017
- मैच में एक वक्त पर भारतीय टीम जीत के बेहद करीब पहुंच गई थी।
- टीम का स्कोर 42.4 ओवर में 3 विकेट पर 191 रन था और वो जीत से केवल 38 रन दूर थी।
- अगले कुछ ओवर में पासा पलट गया।
- अगले 28 रन के अंदर बाकी की सातों प्लेयर पवेलियन लौट गईं।
- भारत के खराब बैटिंग को इसी बात से समझा जा सकता है कि दस में से पांच बैट्समैन ही डबल डिजिट में रन बना सकीं।
- बाकी पांच प्लेयर ने मिलकर केवल 5 रन ही बनाए।
आखिरी 10 बॉल का रोमांच | Women World Cup 2017
- 47 ओवर के बाद भारत का स्कोर 7 विकेट पर 215 रन था।
- टीम को जीत के लिए 18 बॉल पर 14 रन की जरूरत थी और उसके तीन विकेट बाकी थे।
- शिखा पांडेय (3) और दीप्ति शर्मा (13) क्रीज पर मौजूद थीं।
- बॉल के मुकाबले जीत के लिए जरूरी रन बेहद कम थे और टीम की जीत तय लग रही थी।
- अगला ओवर जेनी गुन करने आईं।
- स्ट्राइक पर शिखा पांडेय थीं, जिन्होंने गुन की पहली बॉल पर एक रन ले लिया और टीम का स्कोर 216 रन हो गया।
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