परिजन कर रहे सीबीआई जांच की मांग
जयपुर (सच कहूँ न्यूज)। बासंवाडा जिले में नदी के तेज बहाव में बहे कुशलगढ़ के उपखंडाधिकारी रामेश्वर दयाल मीणा का पोस्टमार्टम सोमवार देर रात साढ़े बारह बजे किया गया। राजस्थान के इतिहास में संभवत यह पहला मामला है जब किसी का पोस्टमार्टम आधी रात के बाद किया गया। पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम के बाद मीणा की पार्थिव देह को अंतिम संस्कार के लिये परिजनों को सौंप दिया गया। जिला प्रशासन की ओर से मीणा के शव का पोस्टमार्टम करने के लिए संभाग मुख्यालय उदयपुर से दो चिकित्सकों को बुलाया गया था जो देर रात साढे नौ बजे बांसवाडा पहुंचा था।
पोस्टमार्टम की स्वीकृति देने में लगे तीन घंटे
चिकित्सकों की ओर से रात में पोस्टमार्टम के लिये इजाजत मांगी गई जिसकी स्वीकृति देने में प्रशासन को तीन घंटे लग गए। लगातार पानी में रहने के कारण शव क्षत विक्षत होने और प्रशासन की ओर से रात में पोस्टमार्टम की इजाजत देने में देरी से गुस्साये मीणा के परिजन जिला कलेक्टर के आवास के बाहर धरना देकर बैठ गए। मीणा के पुत्र संदीप ने कहा कि उनके पिता ने पूरा जीवन प्रशासनिक सेवा में लगा दिया और उनके ही शव का पोस्टमार्टम करवाने में अनावश्यक देरी की जा रही है।
नदी के तेज बहाव में बहे गये थे मीणा
उल्लेखनीय है कि गत 14 जुलाई को नदी के तेज बहाव में वाहन सहित बहे मीणा का पार्थिव शरीर रविवार को अनास नदी में बरामद हुआ था। शव पर चोटों के निशान और सामान अलग अलग स्थानों पर मिलने के कारण परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए इसकी सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी। इस पर जिला प्रशासन ने सोमवार को पांच सदस्यीय मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने का प्रयास किया लेकिन परिजनों की ओर से असंतोष जताने और बाहर के चिकित्सिकों को बुलाने की मांग की। इस पर जिला प्रशासन ने उदयपुर से दो और चिकित्सकों को बुलाकर रात में शव का पोस्टमार्टम कराया।
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