गांववासियों ने उपायुक्त से लगाई धोखाधड़ी मामले में जांच की गुहार
आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की रखी मांग
अबोहर(नरेश ): उपमंडल के गांव अमरपुरा के निवासियों ने पूर्व महिला सरपंच व डीएसएसओ पर मृतक पेंशनधारकों के लाखों रुपये का हड़पने का कथित आरोप लगाया है। गांव के लोगों ने डीसी से पूरे मामले की जांच करवा कर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। शिकायतकर्ताओं ने कहा कि अगर जल्द ही जांच नहीं की गई तो वह अदालत का सहारा लेंगे।
जानकारी देते हुए गांववासी राजेश सिंह उर्फ बंटी पूर्व सरपंच, राजिन्द्र सिंह, राजिन्द्र सिंह पंच, कालू सिंह, महिद्र कुमार, सरदारा राम, गबर सिंह, कालू सिंह, दारू राम, राजू सिंह ने बताया कि गांव की 2008 से 2013 तक रही महिला सरपंच माया देवी ने जुलाई 2008 से 2012 तक की ए-रोल के अनुसार कुछ मृतक लोगों की पेंशन को नहीं बांटा और उनके रुपयों को भी विभाग को वापिस जमा नहीं करवाया गया।
इस मामले में विभाग के एसएसओ ने भी बिना किसी जांच किए आगे रिपोर्ट कर दी। उन्होंने बताया कि विभाग से मांगी गई आरटीआई में कुछ पेंशनधारकों सहित 11 मृतकों के रुपये भी पंचायत ने डीएसएसओ से मिलीभुगत कर हड़पे हुए हैं,
जिसकी जांच में डीएसएसओ खुद मामले में शामिल होने से जांच रिपोर्ट में लिपा-पोती करने की कोशिश कर रहा है। जिक्रयोग है कि कानून के अनुसार जिन लोगों की मृत्यु हो जाती है उनकी सूचना विभाग को देकर पेंशन राशि वापिस जमा करवानी होती है लेकिन सरपंच व उनके साथियों ने पेंशन राशि वापिस न कर सरकार को लाखों रूपए का आर्थिक चूना लगाया है।
विभाग को नहीं जमा करवाई बची पेंशन
आरटीआई के अनुसार फरवरी 2011 में आई पेेंशन 64250 रुपये में से 63500 बांटे हुए दिखाए गए, जिसमें 12 पेंशन मृतकों की है तथा ए-रोल के सर्टिफिकेट के अनुसार बाकी बची रकम खजाने में जमा नहीं करवाई गई।
इसी प्रकार मार्च 2011 की पेंशन में 62250 रुपये जारी हुए और 62250 ही बांटे गए लेकिन इसमें 7 पेंंशन मृतकों की है। अप्रैल, मई 2011 में 124500 रुपये आए, जिसमें 120000 रुपये बांटे गए, जिसमें 8 पेंशन मृतकों की है। इसी प्रकार हर बार में मृतकों की व बाकी बची पेंशन विभाग को जमा नहीं करवाई गई।
जांच के दौरान मिली आरटीआई में पृथ्वी सिंह की मृत्यु 16 मार्च 2008 को हुई, जिसकी पेंशन मार्च 2010 तक आती रही, गणेशा राम की मृत्यु 17 मई 2009 को, जिसकी पेंशन नवंबर 2010 तक, जीवनी देवी की मृत्यु 28 मई 2010 को, पेंशन आई दिसंबर 2010 तक, दौलत राम की मृत्यु 21 अक्तूबर 2009 को , पेंशन मिली दिसंबर 2010 तक, पारी देवी की मृत्यु 14 मार्च 2009 में हुई
जबकि पेंशन दिसंबर 2010 तक, हस्ती देवी की मृत्यु 9 फरवरी 2009 जिसकी पेंशन दिसंबर 2010 तक आती रही। इसी प्रकार दर्जनों लोगों के रूपये हड़पे जा चुके हैं, जिससे डीएसएसओ व सरपंच ने सरकार को लाखों रूपयों का चुना लगाया है। गांववासियों ने डीसी से दोषी पाए जाने वालो के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।
क्या कहते हैं सरपंच? :
जब गांव में हुए घपलों के बारे में पूर्व महिला सरपंच के पति व मौजूदा सरपंच अमरदेव गंगपारिया से बात की गई तो उन्होंने पूरी बात सुनने के बाद कहा कि वे गांव से बाहर हैं इस बारे में बाद में बात करेंगे।
Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।