आरोपियों की गिरफ्तारी न होने के खिलाफ घेरा एसपी आफिस
हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। जंक्शन के हाउसिंग बोर्ड में 14 जुलाई की देर रात एक वकील व उसके परिवार पर जानलेवा हमला करने के संबंध में दर्ज मामले में नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी न होने से आक्रोशित वकीलों का गुस्सा फूट पड़ा। गुस्साए वकीलों ने सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान मौके पर मौजूद जंक्शन थाना प्रभारी रणवीर मीणा सहित अन्य पुलिसकर्मियों से वकीलों की झड़प हो गई। करीब एक घण्टे तक विरोध प्रदर्शन जारी रहा।
आंदोलन तेज करने की चेतावनी
वकीलों ने एसपी से मिलकर मामले में शीघ्र आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी। इसके बाद एसपी कार्यालय के सामने वकीलों ने एकत्रित होकर मंगलवार का बाजार बंद करवाने की घोषणा की। इससे पूर्व सोमवार दोपहर करीब 12 बजे सैकड़ों वकील बार संघ अध्यक्ष प्रदुम्न परमार, पूर्व अध्यक्ष जितेन्द्र सारस्वत व पूर्व जिला प्रमुख राजेन्द्र मक्कासर के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे तथा पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया।
जंक्शन थाना प्रभारी को हटाने की भी रखी मांग
आरोपितों को गिरफ्तार करने की बजाय वकील व उसके परिवार के खिलाफ ही मामला दर्ज कर लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि मामले के जांच अधिकारी जंक्शन थाना प्रभारी आरोपितों के दबाव में मामले में निष्पक्ष जांच नहीं कर रहे। उन्होंने आरोपितों को शीघ्र गिरफ्तार करने व जंक्शन थाना प्रभारी रणवीर मीणा को लाइन हाजिर करने की मांग की।
तैनात रहा भारी पुलिस जाब्ता
वकीलों के आक्रोश को देखते हुए मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निर्मला बिश्नोई, पुलिस उप अधीक्षक वीरेंद्र जाखड़, जंक्शन थाना प्रभारी रणवीर मीणा, टाउन थाना प्रभारी मोहम्मद अनवर, महिला थाना प्रभारी सुभाष कच्छावा के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक कार्यालय में भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया गया। पुलिसकर्मियों की लाठियां पकड़ ली। करीब 20-25 मिनट तक जोर आजमाइश चलती रही।
वकीलों का गुस्सा बढ़ा तो पहुंचे एसपी
वकीलों का गुस्सा बढ़ता देख एएसपी निर्मला बिश्नोई ने वहां से अपने चैम्बर में ही जाने में भलाई समझी। कुछ देर बाद पुलिस अधीक्षक यादराम फांसल वकीलों से मिलने पहुंचे तथा जांच जारी होने की बात कही। लेकिन वकीलों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। वार्ता में असंतुष्ट वकीलों ने बार रूम में बैठक की तथा सर्वसम्मति से मंगलवार को बाजार बंद करवाने की घोषणा की।
क्या है मामला
गौरतलब है कि 14 जुलाई की रात कुछ युवकों ने जानलेवा हमला कर हाउसिंग बोर्ड निवासी वकील अरविंद मुखर्जी, उसके भाई विपिन व पिता जयलाल मुखर्जी गंभीर रूप से घायल कर दिया।
घायलों को उपचार के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद तीनों को श्रीगंगानगर के एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया, जहां तीनों का उपचार चल रहा है। आरोपितों ने हवाई फायर भी किए।
यह वकील रहे शामिल
इस मौके पर बार संघ अध्यक्ष प्रदुम्न परमार, पूर्व अध्यक्ष जितेन्द्र सारस्वत, मनेष तंवर, पूर्व जिला प्रमुख राजेन्द्र मक्कासर, प्रवीण परमार, प्रताप सिंह शेखावत, अनुज डोडा, रघुवीर सिंह वर्मा, विकास बड़गुजर, विजय सिंह चौहान, जोधा सिंह, यादवेन्द्र सिंह, शंकर सोनी, राजेन्द्र निमिवाल, चंद्र स्वामी, रूपसिंह, इन्साफ खान, जाकिर हुसैन, महेन्द्र जोहल, प्रतीक मिड्ढा, प्रदीप शर्मा, उग्रसेन नैण, सुनील परिहार, बलजिन्द्र सिंह आदि मौजूद थे।
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