एक्शन। डेंगू-मलेरिया की रोकथाम को एडवाइजरी जारी
- सभी सीएमओ व पीजीआई को किया अलर्ट
- स्वास्थ्य विभाग चलाएगा विशेष अभियान
- फोगिंग के लिए बनाई गई हैं 15 टीमें
- पीजीआई में बनाया जाएगा अलग वार्ड
- पीजीआई प्र्रबंधन ने भी बुलाई बैठक
रोहतक(सच कहूँ/नवीन)। बरसाती मौसम को लेकर अब स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया के फैलने के संभावना को देखते हुए अभी से तैयारियां शुरू कर दी है।
यहां तक विभाग ने इसके लिए प्रदेश के सभी सीएमओं व पीजीआई को एडवाजरी जारी की है और बीमारियां से निपटने के लिए पुख्ता प्रबंध करने को कहा है।जिसको देखते हुए अभी से स्वास्थ्य विभाग ने फोगिंग शुरू कर दी है
और करीब 15 टीमें गठित की गई है, जोकि घर घर जाकर मलेरिया के लारवा का पता लगाने में जुटी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मलेरिया लारवा मिलने वाले घरों के मालिकों को नोटिस भी दिया है।
साथ ही टीम ने चेतावनी भी दी है कि अगर दोबारा लारवा पाया गया तो उनके खिलाफ कारवाई की जाएगी। दरअसल पिछले साल डेंगू व चिकनगुनिया ने सरकार की नींद उड़ा दी थी। पीजीआई में स्थिति यह थी कि मरीजों को भर्ती करने के लिए बैड कम पड़ गए थे और मरीज स्वयं खाट लेकर पीजीआई पहुंच रहे थे। पीजीआई प्रबंधन ने भी बरसात से होने वाली बीमारियों को देखते हुए सभी विभागाध्यक्षों की बैठक बुलाई है।
प्रदेशभर में अब तक मलेरिया के 20 केस
जिला मलेरिया अधिकारी अनूपमा मित्तल का कहना है कि डेंगू व चिकनगुनिया का कोई केस सामने नहीं आया है। मलेरिया के बीस केस पाए गए हैं। मच्छरों से फैलने वाले रोगों की रोकथाम के लिए विशेष टीमें लगी हुई है, साथ ही लोगों को बीमारियों से बचने के लिए जगह-जगह बड़े स्तर पर जागरूक भी किया जा रहा है।
पिछले साल आए थे करीब 1200 मामले
पीजीआई के कुलपति डॉ. ओपी कालरा का कहना है कि चिकनगुनिया व डेंगू से निपटने के लिए तमाम प्रबंध किए गए हंै और सभी दवाईयां भी पीजीआई में उपलब्ध है। प्रदेश में पिछले साल करीब एक हजार से अधिक लोग चिकनगुनिया व पीजीआई में दो सौ के करीब डेंगू से पीडित मरीज भर्ती हुए थे।
घर-घर की जा रही लारवा की जांच
इस साल भी बीमारी फैलने के अंदेशे को देखते हुए अभी से पीजीआई प्रबंधन ने तैयारी शुरू कर दी है। बकायदा सी ब्लॉक को आपातकाल के लिए तैयार किया जा रहा है, ताकि जरूरत पड़ने पर मरीजों को सही उपचार मिल सके। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की तरफ से भी घर-घर जाकर मलेरिया के लारवा की जांच की जा रही है और शहर में अब तक तीस घरों में लारवा पाया गया है, जिन्हें नोटिस भी दिया गया है।
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