पटना। बिहार महागठबंधन में तकरार बढ़ती जा रही है। इसकी बानगी शनिवार को उस वक्त देखने को मिली जब कौशल विकास मिशन के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मंच सांझा करने नहीं पहुंचे। इस दौरान मंच पर तेजस्वी की नेम प्लेट भी लगी थी, आखिरी वक्त में उप मुख्यमंत्री ने आने की सूचना के बाद हटानी पड़ी। तेजस्वी के इस कदम से साफ हो गया है कि वो इस्तीफा देने के मूड में कतई नहीं हैं और उनका यह कदम बायकॉट जैसा है। लेकिन साथ ही नीतीश कुमार ने भी मंच पर राजद के मंत्री विजय प्रकाश से दूरी बनाकर इशारों-इशारों में जवाब भी दे दिया। मंच पर नीतीश कुमार के ठीक बगल में विजय प्रकाश की कुर्सी थी, लेकिन यहां पर नीतीश ने अपनी दार्इं तरफ बैठे रंजन सिंह ने कुर्सी बदल ली।
तेजस्वी के इस्तीफे से लालू का इंकार
इसी बीच लालू ने साफ कर दिया है कि उनके बेटे तेजस्वी इस्तीफा नहीं देंगे। लालू ने जदयू से साफ कह दिया है कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अपने पद से कतई इस्तीफा नहीं देंगे। साथ ही लालू ने जदयू की तरफ से अपनी संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करने की मांग भी खारिज कर दी। लालू के इस बयान के बाद राजद-जदयू के बीच दरार और बढ़नी तय है।
क्या है विवाद की जड़
बता दें कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी बिहार के उप मुख्यमंत्री हैं और सीबीआई ने लालू के साथ-साथ तेजस्वी और परिवार के सदस्यों के खिलाफ भ्रष्टाचार का सालों पुराना मामला अब दर्ज किया है। सीबीआई ने 7 जुलाई को पटना सहित देशभर के 12 स्थानों पर छापेमारी की थी।
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