रूपावास में मामला उजागर होने पर किसानों ने किया प्रदर्शन
- मोटे कमिशन के चक्कर में पैक्स पदाधिकारी बेच रहे प्राईवेट कंपनी की जैविक खाद
चोपटा (भगत सिंह)। जैविक खाद के नाम पर जिला के किसानों के साथ पैक्स प्रबंधकों की मिलीभगत से काफी बड़ा धोखा हो रहा है। खंड के गांव रूपावास में मामला उजागर होने के बाद बुधवार को जब पैक्स में डाली गई खाद को उठाने कंपनी के कर्मचारी पहुंचे तो ग्रामीणों ने खाद से भरी ट्रॉली को वहीं रोक लिया व विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
सूचना पाकर चोपटा थाना पुलिस व नायब तहसीलदार चोपटा मौके पर पहुंचे व ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत किया। वहीं खाद से भरी ट्राली को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी वहीं ग्रामीणों ने इस मामले में डीसी सिरसा को शिकायत करते हुए जांच कर कार्रवाई की मांग की।
जानकारी मुताबिक हेलेना कंपनी फर्टिलाईजर्स एंड कैमिक्लस की खाद बिक्री के लिए एमएस श्री सीडस एंड पेस्टीसाईडस की तरफ सरसा में डिलरशिप ले रखी है। सूत्रों के मुताबिक इसमें पैक्स प्रबंधकों को पैक्स के कमिशन के अलावा अतिरिक्त कमिशन देने की बात तय हुई और जिला की लगभग एक दर्जन से ज्यादा पैक्सों में अलग-अलग वजन की पैकिंग में उक्त खाद को डलवा दिया।
इसमें चोपटा खंड के गांव रूपावास, जमाल व कागदाना भी शामिल हैं। अनुमान है कि उक्त कंपनी ने मई माह में करीब एक करोड़ रुपए की खाद विभिन्न पैक्सों में डालकर पैसों का भुगतान पैक्स प्रबंधकों से कंपनी ने करवा लिया।
पुलिस ने कब्जे में ली खाद
रूपावास पैक्स के प्रधान रोहताश पूनिया ने मामला उजागर करते हुए कंपनी के डिलर को डाली गई जैविक खाद वापिस उठाने के लिए बोला। 10 दिन बाद बुधवार सुबह जब डिलर ट्रैक्टर-ट्रॉली में खाद को उठाकर ले जाने लगा तो ग्रामीणों ने उसे रोककर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और पैक्स के पदाधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर नारेबाजी शुरू कर दी।
ग्रामीणों के भारी विरोध की सूचना पाकर चोपटा थाना पुलिस व नायब तहसीलदार छैल्लूराम जाखड़ मौके पर पहुंचे व ग्रामीणों को समझाकर उक्त खाद को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। रूपावास के ग्रामीण महावीर, मदन, कन्नीराम, सत्यनारायण, सतबीर, रोहताश, सतपाल सहित अन्य किसानों ने डीसी सिरसा को लिखित शिकायत भेजते हुए मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच करवाकर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।
क्या कहते हैं हेलेना कंपनी के डिलर
इस संबंध में हेलेना कंपनी के डिलर एमएस श्री सीड्स एंड पेस्टीसाईड के संचालक सुशील से बात की तो उन्होंने कहा कि 29 अप्रैल को पैक्स के प्रबंधकों की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें चेयरमैन व केंद्रीय सहकारी बैंक के जीएम की मौजूदगी में खाद के फायदे बताकर इसे प्रयोग करने की सलाह दी गई थी,
जिसके बाद ही बैंक व पैक्स के अधिकारियों के कहने पर ही उन्होंने जैविक खाद पैक्सों में भेजी थी। वहीं जमाल पैक्स की तरफ से पैक्स प्रबंधक को जो चेक मिला था वो वहां डाली गई खाद की किमत के मुताबिक ज्यादा था, जिसे वापिस किया गया है ना कि कमिशन के तौर पर।
‘‘उनकी तरफ से किसी भी पैक्स में जैविक खाद नहीं भिजवाई गई है। जो भी मामला है वो पैक्स स्तर का है। उनके पास अगर लिखित में कोई शिकायत आएगी तो वो जांच करेंगे।
-कृष्ण कुंडू, जीएम, केन्द्रीय सहकारी बैंक।
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