कोलकाता: पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और गवर्नर केशरीनाथ त्रिपाठी के बीच टकराव बढ़ गया है। ममता का आरोप है कि गवर्नर ने उन्हें धमकी दी और अपमानित किया। दरअसल, गवर्नर ने उत्तरी 24 परगना जिले के बादुरिया में हुई हिंसा की जानकारी लेने के लिए ममता को फोन किया था। यहां एक आपत्तिजनक फेसबुक पोस्ट के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी।
बुधवार को तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने कहा कि गर्वनर हाउस अब संघ की शाखा बन चुका है। ममता ने कहा जब गवर्नर ने हिंसा की घटना की जानकारी के लिए फोन किया तो उन्होंने मुझे धमकी दी। अपमान किया। मैंने उनसे कहा कि आप इस तरह बात नहीं कर सकते। मैं चुनकर आई जनप्रतिनिधि हूं, जबकि आप नॉमिनेटेड हैं।
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पार्टी के जनरल सेक्रेटरी और सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा गवर्नर ने सीएम से फोन पर गलत लहजे में बात की। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि गवर्नर हाउस अब संघ की शाखा बन चुका है। वहां की हर बेडशीट और टॉवेल तक पर बीजेपी का लोगो छपा है। गवर्नर अपने पोस्ट के हिसाब से काम नहीं करते हैं। उनकी ड्यूटी है कि कानून की रक्षा करें, लेकिन लगता है कि वो एक प्रमुख की तरह आरएसएस शाखा को बचा रहे हैं। हम इसे सहन नहीं कर सकते हैं।
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