ड्रेन की साफ-सफाई न होने से हुआ नुकसान
- कहा, हजारों एकड़ फसल बर्बाद होने का विभाग जिम्मेदार
शाहिणा/टल्लेवाल(रजिन्द्र शर्मा)। बीते दिन जिला बरनाला और आस-पास के इलाकों में पड़ी भारी बारिश से कुरड़ ड्रेन के ओवरफ्लो होने के कारण इलाके के किसानों की हजारों एकड़ फसला बर्बाद हो गई, जिससे गुस्साए किसानों ने आगामी मौसम के मद्देनजर ड्रेन की साफ-सफाई न करने के दोष लगाए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कुरड़ ड्रेन के साथ लगते रायसर, चीमा, कैरे , जगजीतपुरा, मौड़, ढिल्लवां, भगतपुरा, दुलमसर, मौड़, नाईवाल आदि गांवों के पीड़ित किसानों बूटा सिंह, जगतार सिंह, गुरजंट सिंह, बलवीर सिंह, जरनैल सिंह, बिक्कर सिंह और महेन्दर सिंह आदि ने बताया कि बीते दिनों हुए बरसात के चलते कुरड़ ड्रेन पानी के साथ ओवरफ्लो हो गई।
जिस कारण इलाके के दर्जन के करीब गांवों के किसानों की लगभग 3 हजार के करीब फसल बर्बाद हो गई। उन्होंने बताया कि प्रशासन की ओर से बरसाती मौसम के मद्देनजर ड्रेनों की साफ-सफाई के कोई उचित प्रबंध नहीं किए गए। ड्रेन में बड़ी मात्रा में आई हरी बूटी के कारण पानी आगे जाने की बजाय ड्रेन के किनारों को तोड़ कर साथ लगते खेतों में जमा हो गया,
जिस कारण दर्जनों गांवों की हजारों एकड़ फसल पानी से बर्बाद हो गई। जिसके लिए सिर्फ प्रशासन ही जिम्मेदार है। यदि प्रशासन की ओर से आगामी प्रबंधों के अंतर्गत ड्रेनों की पूरी तरह सफाई करवाई जाती तो इस नुकसान से बचा जा सकता था। जिससे गुस्साए संबंधित किसानों ने गांव चीमा में बरनाला-मोगा मुख्य मार्ग पर ट्रैफिक जाम करके धरना लगा दिया और संबंधित विभाग और प्रशासन के जम नारेबाजी की।
जल्द किए जाएंगे निकासी प्रबंध: एसडीओ
इस बारे में संबंधित एसडीओ विश्वपाल गोयल के साथ संपर्क करने पर उन्होेंने कहा कि हरी बूटी के पुलों में फंसने के कारण बारिश का पानी फसलों में घुसा है। स्टाफ की कमी के कारण काम सही समय पर नहीं हो रहा। जल्द ही बरसाती पानी के निकासी के प्रबंध कर लिए जाएंगे।
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