70 एकड़ में भरा पानी, 40 एकड़ फसल जलमग्न
- मौके पर पहुंचे सिंचाई विभाग के कर्मचारी एवं अधिकारी
जुलाना (सच कहूँ न्यूज)। खिमाखेड़ी गांव में रामकली माईनर टूटने से करीब 70 एकड़ भूमि में पानी भर गया। 20 एकड़ के करीब कपास की फसल तथा 20 एकड़ के धान व हरे चारे की फसल जलमग्न हो गई।
इसकी सूचना किसानों ने सिंचाई विभाग के कर्मचारियों को दी। सिंचाई विभाग के कर्मचारियों एवं अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर माईनर को बंद करवाया। शनिवार को रामकली माईनर में खिमाखेड़ी गांव के पास अचानक दरार आ गई और माईनर ड्रेन के पास से टूट गई। माईनर के टूटने से शामलो कलां व खिमाखेड़ी गांव के कई किसानों की फसल में पानी भर गया।
किसानों का कहना है कि पानी से उनकी दो दर्जन के करीब कपास की फसल खराब हो गई है। कई किसानों की धान व हरे चारे की फसल भी खराब हो गई है। सिंचाई विभाग के कर्मचारियों ने माईनर को दोपहर बाद बंद करवाया।
सातरोड़ कलां व खुर्द में बर्बाद हुई मेहनत
गांव सातरोड़ खुर्द व कलां में बरसात के पानी से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। खेतों में पांच फिट तक चारों तरफ पानी भरा हुआ है और फसलें पूरी तरह से जलमग्न हो चुकी हैं। किसान नहर विभाग व बिजली विभाग के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अभी तक उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हो पाया है।
जिला पार्षद एवं युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव कृष्ण सातरोड़ ने कहा कि प्रशासन ने बताया था कि ड्रेन सफाई व बरसाती पानी की निकासी हेतु व अन्य सभी कार्य जून महीने की 22 तारीख से पहले होने थे जो आज तक भी नहीं हो पाए हैं।
किसान एक जगह से दूसरी जगह भटक रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के खेतों में 5 फिट तक बारिश का पानी भरा हुआ है, लेकिन प्रशासन द्वारा किसानों को उसे निकालने के लिए बिजली तक मुहैया नहीं करवाई जा रही। उन्होंने प्रशासन से तुरंत इस ओर ध्यान देते हुए किसानों की समस्या का समधान करने की मांग उठाई।
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