समस्या: ट्रैफिक नियमों का पालन जरूरी : अधिकारी
- बस अड्डे से बाहर ठहरने से लगता है जाम
- सड़क पर ही सरकारी अस्पताल का एमरजेंसी गेट होने के साथ-साथ, सब तहसील और थाने का गेट
नथाना (गुरजीवन सिद्धू)। नथाना के बस अड्डे से लेकर गोनियाना वाले मोड़ तक हर रोज बार-बार ट्रैफिक जाम होने से लोगों को यातायात में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार बाजार में आए लोग अपने वाहन सड़क पर ही खड़े कर चले जाते हैं,जो ट्रैफिक में बड़ी रुकावट बनते हैं। बस अड्डे के आगे ट्रैफिक जाम होने की हालत में वाहनों की लंबी कतारें लगने के कारण पीछे से हॉर्न का शोर ही चारों ओर सुनाई देता है।
पिछले समय से निजी बसों वालों का नथाना नगर पंचायत के साथ अड्डा फीस को लेकर झगड़ा चलता आ रहा था, जो इन दिनों चाहे बस कंपनियों का अड्डा फीस को लेकर समझौता हो गया है और सभी बसें बस अड्डे में आने-जाने लग गई हैं, परंतु निजी कंपनी की बसें अभी भी बस अड्डे के बाहर रुकने के कारण अक्सर ही ट्रैफिक में विघ्न पड़ता आ रहा है।
इस कंपनी की बसें दिन में 14 बार आवागमन करती हैं। ऐसा दिन में कई बार होता है।इस सड़क पर ही सरकारी अस्पताल का एमरजेंसी गेट होने के साथ साथ, सब तहसील और थाने का गेट भी है। यहां इलाके भर से लोग अपने कामकाज के लिए आते हैं, जिनको ट्रैफिक जाम होने से भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
प्रशासन से मांग:
लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि भारी वाहनों को बाइपास के द्वारा भेजने का उपयुक्त प्रबंध किया जाए। पुलिस प्रशासन बाजार में गाड़ियां रोकने वालों को ऐसा करने से सख्ती के साथ रोके जिससे गंभीर हो रही ट्रैफिक समस्या का स्थायी हल हो सके।
इस समस्या बाबत थाना नथाना प्रभारी अंग्रेज सिंह के साथ संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि एक बार वह बसों वालों को बसें बस अड्डे में रोकने के लिए कहेंगे और इसके बाद नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
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