राहत: दो दिनों में बिजली की मांग 1000 लाख यूनिट के करीब घटी
पटियाला (खुशवीर सिंह)। प्रदेशभर में पड़ रही भारी बारिश ने पॉरवकाम के थर्मलों को ब्रेक लगा दी है। पॉरवकाम ने भटिंडासे बाद आज अपने दो और सरकारी थर्मल प्लांटों को मुकम्मल बंद कर दिया है।
इसके साथ ही प्राईवेट सैक्टर का भी एक थर्मल प्लांट बंद कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार पंजाब में बारिश के कारण बिजली की मांग में पहले दिन 800 लाख यूनिट की कमी आने बाद में दूसरे दिन 200 लाख यूनिट मांग और कम हो गई है
और इस तरह दो दिनों में ही तकरीबन 1000 लाख यूनिट मांग कम हो गई है। धान के सीजन के कारण जो मांग 10500 मेगावाट यानि 2520 लाख यूनिट के करीब थी वह अब कम होकर 6200 मैैगावाट यानि 1480 लाख यूनिट के करीब रह गई है।
डॉयरेक्टर उत्पादन इंज. एम आर पहरेदार ने इसकी पुष्टि की है। पॉरवकाम की ओर से अपने सरकारी थर्मल प्लांटों में से रोपड़ स्थित गुरू गोबिन्द सिंह सुपर थर्मल प्लांट, लहरा मोहब्बत स्थित गुरू हरगोबिंद थर्मल प्लांट और भटिंडा स्थित गुरू नानक देव थर्मल पलांट और प्राईवेट सैक्टर का गोइन्दवाल प्लांट अब मुकम्मल बंद कर दिया गया है।
भटिंडा के बाद तीन और थर्मल प्लांट बंद
कल रोपड़ और लहरा मोहब्बत प्लांट का एक-एक यूनिट चालू था। इन तीन और प्लांटों को मुकम्मल बंद करने के अलावा पॉवरकाम ने तलवंडी साबो स्थित प्राईवेट सैक्टर के थर्मल प्लांट का भी यूनिट नंबर 3 बंद करवा दिया है।
इस समय पर थर्मल प्लांटों में से राजपुरा और तलवंडी साबो के दो दो यूनिट अपनी निर्धारित क्षमता की अपेक्षा आधी क्षमता पर चल रहे हैं। इसी दौरान पॉवरकाम ने पन बिजली उत्पादन में भी कमी लाई है और रणजीत सागर डैम प्राजेक्ट के एक यूनिट को बंद किया गया है। इसके अलावा शानन प्राजेक्ट में गार आने के कारण यहां से बिजली उत्पादन बंद किया गया है।
पन बिजली प्रोजेक्टों में से रणजीत सागर डैम के दो यूनिट, यूबीडीसी, एमएचपी और आनन्दपुर साहब हाईडल के दोनों यूनिट इस समय पर बिजली पैदावार कर रहे हैं। पन बिजली प्रोजेक्टों से इस समय पर 519 मेगावाट और थर्मल प्लांटों से 1277 मेगावाट बिजली पैदा हो रही है जबकि बाकी की बिजली सप्लाई केंद्रीय प्रोजेक्टों में से पंजाब के हिस्से मिल रही है।
पॉवरकाम के अधिकारियों का कहना है कि यह बारिश का ही प्रभाव है कि जिस समय बिजली की मांग पीक लोड पर होनी थी, वह अब बिल्कुल नीचे आ गई है। उन्होंने कहा कि पॉवरकाम का मुश्किल का आसान समय में तबदील हो गया है। बिजली की मांग कम होने के कारण अब किसी तरह की परेशानी नहीं आएगी।
Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।