पानी में करंट आने से नौजवान की मौत
भटिंडा (अशोक वर्मा)। बीती आधी रात के बाद शुरू हुई बारिश ने मालवा पट्टी को जलथल कर दिया। भटिंडा में तो करंट लगने से एक नौजवान की मौत हो गई। मूसलाधार बारिश ने बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ को चौकस रहने के लिए कह दिया है।
बारिश से तापमान में भारी गिरावट
कम से कम तापमान 23.8 डिग्री व अधिक से अधिक 27 डिग्री दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने भटिंडा में 77.2 मिली मीटर बारिश रिकार्ड दर्ज की गई जो पिछले दस सालों का रिकार्ड है।
मौसम वैज्ञानिक सुरेन्द्र कुमार का कहना था कि पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी से प्राप्त जानकारी के अनुसार अगले 48 घंटों में भारी बारिश की संभावना है। वीरवार को हुई बारिश से शहरी जन जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त होकर रह गया। बारिश से सिरकी बाजार, पॉवर हाऊस रोड, अमरीक सिंह रोड महिला थाना, लघु सचिवालय नजदीक का क्षेत्र चार से पांच फुट पानी ठहरने के कारण तालाब में तबदील हो गए।
वीरवार को महिला थाने में जाने वाले मुलाजिमों को भी भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कई स्थानों पर कई वाहन जैसे कारों के पानी में डूबने की खबर भी है। पॉवर हाऊस रोड पर एक बस पानी में फंस गई। नगर निगम भटिंडा द्वारा शहर का निकासी प्रबंध सही करने के दावे किए जा रहे थे, जो धरे-धराए रह गए। कृषि सैक्टर में नहरी पानी की मांग में गिरावट आई है। नहरों में पानी भी बढ़ गया है। कहीं से भी रजवाहा इत्यादि टूटने की कोई खबर नहीं है। बारिश के कारण लोग घरों में दुबके रहे। बसों में भी कम सवारियां देखने को मिली।
करंट से नौजवान की मौत
सिरकी बाजार में अपने घर से हीरा सिंह चौंक जा रहे एक नौजवान की करंट लगने से मौत हो गई। मृतक की पहचान कुलदीप सिंह पुत्र गुरदेव सिंह के रूप में हुई। मृतक नौजवान जब निम्मवालाचौंक में पहुंचा तो पानी में आए करंट ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलते ही नौजवान को सहारा वर्करों ने अस्पताल पहुंचाया, जहां उसे मृतक घोषित कर दिया। मृतक नौजवान लकड़ी का मिस्त्री था जिसकी मौत से वीरवार को सिरकी बाजार में शोक का माहौल देखा गया।
खेती के लिए बारिश अच्छी
मुख्य कृषि अधिकारी भटिंडा डा. गुरांदित्ता सिंह का कहना था कि फिलहाल बारिश फसलों के लिए लाभदायक है। उन्होंने कहा कि यदि ज्यादा बारिश होती है तो थोड़ा नुक्सान भी होने की संभावना रहेगी।
नगर निगम भटिंडा के बारिश संबंधी नोडल अधिकारी एक्सीयन किशोर बांसल का कहना था कि इस वक्त 17 मोटरों से पानी की निकासी की जा रही है। उन्होंने कहा कि कुछ मोटरों को सुरक्षित रखा गया है, ताकि किसी मोटर के खराब होने पर उसका इस्तेमाल किया जा सके। उन्होंने बताया कि स्लैज कैरियर पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। बांसल ने कहा कि स्थिति पूरी तरह काबू में है। किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं। फिर भी हालातों प्रति चौकसी बरती जा रही है। जरूरत अनुसार तत्काल सहायता मुहैया करवाई जाएगी।
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