नई दिल्ली: इसरो ने भारतीय कम्युनिकेशन सैटेलाइट GSAT-17 को लॉन्च किया। इसे एरियन-5 रॉकेट के जरिए स्पेस में भेजा गया। लॉन्चिंग फ्रेंच गुयाना (साउथ अमेरिका) के स्पेस पोर्ट कोरू से बुधवार रात 2.45 बजे हुई। इसके 39 मिनट बाद रॉकेट ने सैटेलाइट को अलग कर दिया। बता दें कि एक महीने में इसरो के तीसरे मिशन को कामयाबी मिली है।
मार्क-3 के कामयाब टेस्ट से ताकत बढ़ी
5 जून को इसरो ने GSLV mk-3 का कामयाब टेस्ट किया था। इसके साथ जीसैट-19 सैटेलाइट भेजे गए। मार्क-3 5000 किलो वजनी सैटलाइट लेकर जाने की ताकत रखता है। गुरुवार को GSAT-17 की लॉन्चिंग के लिए पहले ही विदेशी स्पेस एजेंसी से करार हो चुका था। तब इसरो के पास ज्यादा वजनी सैटलाइट स्पेस में ले जाने वाला रॉकेट नहीं था। वहीं, 23 जून को PSLV-C38 के जरिए कार्टोसैट के साथ 30 सैटलाइट्स लॉन्च किए थे।
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इस सैटेलाइट में मौसम संबंधी डाटा और उपग्रह आधारित खोज और बचाव सेवाएं प्रदान करने के लिए उपकरण लगे हैं। इससे पहले 2500 किलो से ज्यादा वजन वाले सैटेलाइट की लॉन्चिंग Ariane-5 रॉकेट से की जाती थी, लेकिन अब इस काम के लिए GSLV Mk III पर इसरो काम कर रहा है।
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