क्रिकेट को चुनौती देने के लिए तैयार प्रो कबड्डी

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 लीग में हर टीम कुल  22 मैच खेलेगी

  • पांचवें संस्करण की शुरुआत 28 जुलाई को हैदराबाद से होगी और फाइनल 28 अक्टूबर को चेन्नई में खेला जाएगा।

मुंबई (एजेंसी)। क्रिकेट बेशक देश का नंबर एक खेल माना जाता है लेकिन प्रो कबड्डी लीग ने मात्र चार वर्षों में इतनी लोकप्रियता हासिल कर ली है कि वह क्रिकेट को ही चुनौती देने के लिए तैयार हो गया है। वीवो प्रो कबड्डी लीग का पांचवां संस्करण जुलाई में बड़े और भव्य पैमाने पर शुरु होने जा रहा है और इसके आयोजकों ने पांचवें संस्करण की तैयारी के लिए बुधवार को यहां आयोजित एक सम्मेलन में विस्तृत रुप से जानकारी ली। इस दौरान लीग से जुड़े हुए अंशधारक और अनुभवी तथा युवा खिलाड़ी भी मौजूद थे।

 टूर्नामेंट जुलाई से अक्तूबर तक 13 सप्ताह चलेगा

लीग कमिश्नर अनुपम गोस्वामी ने बताया कि इस बार टूर्नामेंट जुलाई से अक्तूबर तक 13 सप्ताह चलेगा जिसमें 12 टीमें 130 से ज्यादा मैच खेलेंगी। पिछले चौथे सत्र में आठ टीमें थीं और पांच सप्ताह तक 65 मैच खेले गए थे। इस बार टूर्नामेंट में तमिलनाडु , गुजरात, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से चार नई टीमों को जोड़ा गया है। आयोजकों ने सम्मेलन के दौरान कई दिलचस्प आंकड़े दिए जिससे यह साबित होता है कि यह खेल क्रिकेट के बाद देश में टीवी पर देखा जाने वाला दूसरा सबसे लोकप्रिय खेल बन गया है। यह भी दिलचस्प है कि प्रो कबड्डी लीग के अगले पांच साल का टाइटल प्रायोजक चीनी मोबाइल निर्माता कंपनी वीवो है और इसी वीवो कंपनी ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के अगले पांच साल के लिए टाइटल अधिकार खरीदे हैं।

11 करोड़ 40 लाख लोगों ने टीवी पर देखा

क्रिकेट और कबड्डी के आंकड़ों का तुलनात्मक अध्ययन किया जाए तो आईपीएल में आठ टीमें अपने 10 सत्र में लगभग 60 मैच खेले जबकि प्रो कबड्डी के पिछले सत्र में आठ टीमों ने 65 मैच खेले थे। प्रो कबड्डी के पांचवें सत्र में जहां टीमों की संख्या बढ़कर 12 पहुंच गई है वहां देखना दिलचस्प होगा कि आईपीएल के अगले सत्र में जब चेन्नई, राजस्थान की निलंबित टीमें वापिस लौटेंगीं तो टीमों की संख्या कितनी रखी जाएगी और उनके मैच कितने होंगे। प्रो कबड्डी लीग के आयोजकों ने दर्शक क्षमता और प्रायोजकों को लेकर कुछ आंकड़े भी जारी किए हैं। टूर्नामेंट के दूसरे सत्र में जहां लीग के पास नौ प्रायोजक थे वहीं पांचवें सत्र में उसके प्रायोजकों की संख्या बढ़कर 24 पहुंच गई है जो आईपीएल की बराबरी करती है।

पिछले साल हुई महिला कबड्डी लीग की टीवी पर दर्शक क्षमता 2016 के यूरो कप फुटबाल से कहीं अधिक थी। इसके अलावा गत वर्ष अहमदाबाद में हुए कबड्डी विश्वकप को 11 करोड़ 40 लाख लोगों ने टीवी पर देखा था जिससे यह देश का दूसरा सबसे बड़ा खेल बन गया है। इस अवसर पर मौजूद पुणेरी पल्टन के कप्तान दीपक हुड्डा, नई टीम उत्तर प्रदेश योद्धा के रिशांक डेवाडिगा और जयपुर पिंक पैंथर्स के सेल्वा मणि के ने प्रो कबड्डी से उनके जीवन में आए बड़े बदलाव के अनुभवों को साझा किया कि किस तरह वे निचले स्तर से उठकर स्टारडम की सीढ़ी पर पहुंच गए हैं जहां लोग उनके साथ तस्वीरें खिंचवाते हैं।

इस बार आईपीएल की तरह होंगे प्लेआॅफ

 वीवो प्रो कबड्डी के पिछले चार सत्रों से चले आ रहे प्रारुप को पांचवें सत्र के लिए पूरी तरह बदल दिया गया है और इसमें भी अब आईपीएल की तरह प्लेआॅफ खेले जाएंगे। आईपीएल की तरह कबड्डी में भी प्लेआॅफ की शुरुआत की जा रही है और इसमें तीन क्वालीफायर और दो एलिमिनेटर के बाद फाइनल होगा। हर ग्रुप की टीम अपने ग्रुप की शेष पांच टीमों से तीन-तीन मैच खेलेगी और फिर दूसरे जोन की छह टीमों से एक एक मैच भी खेलेगी। इसके अलावा जोनल में वह एक अतिरिक्त मैच भी खेलेगी। हर ग्रुप की शीर्ष तीन तीन टीमें क्वालीफायर के लिए क्वालीफाई करेंगी जिनमें तीन क्वालीफायर और दो एलिमिनेटर फाइनल में पहुंचने वाली दो टीमों का फैसला करेंगे।

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