पेयजल किल्लत: रजवाहे की बंदी कारण प्रभावित हो रही है धान की फसल
- किसानों को सताने लगा फसलों के बर्बाद होने का डर
भटिंडा(मनप्रीत मान)। नहरी विभाग द्वारा धान की रोपाई मौके भटिंडा रजवाहे में पानी की बंदी के कारण किसानों को परेशानी में डाल दिया है। इस रजवाहे पर दर्जनों गांव की उम्मीदें बंधी हुई है लेकिन अधिक जमीन का क्षेत्रफल नरमे वाला न होकर धान वाला है।
यह रजवाहा किसानों को धान की फसल रोपित करने की तय तिथि 15 जून से पहले तो चल रहा था लेकिन जब धान की फसल रोपित करने का समय आया तो नहरी विभाग द्वारा बिना किसी कारण बताए भटिंडा रजवाहे का पानी बंद कर दिया।
बेशक ठंडा मौसम होने पर बिजली विभाग द्वारा आठ घंटे बिजली दी जा रही हैै व बिजली स्पलाई से धान की फसल की किसान रोपाई कर रहे हैं परंतु नहरी विभाग द्वारा मौके पर रजवाहे को बंद कर किसानों के बहुत बड़ी बेइंसाफी की है, जिस क्षेत्र में भुमिगत पानी सही नहीं है वहां किसान अधिकतर प्राथमिकता धान की रोपाई को नहर वाले पानी से रोपित करने को देते थे,
जिससे फसल नष्ट होने की बजाए सुचारू रूप से बढ़ने लगती थी परंतु अब उन किसानों को रजवाहे की बंदी के कारण भुमिगत पानी पर धान की फसल रोपित करने लिए मजबूर होना पड़ रहा है। यदि नहरी विभाग द्वारा रजवाहे में पानी जल्दी न छोड़ा गया तो ऐसे बहुत से किसानों की धान की फसल नष्ट हो जाएगी।
नहरी पानी धान के लिए करता है देसी घी की तरह काम
गांव जय सिंह वाला के किसान हरजीत सिंह का बताया कि धान की फसल रोपित करने के लिए नहरी पानी की बहुत जरूरत होती है। नहरी पानी से रोपित की गई धान की फसल नष्ट नहीं होती। गांव नरूआना के किसान कुलदीप सिंह ढिल्लों का कहना है कि नहरी पानी धान के लिए देसी घी का काम करता है, जहां भुमिगत पानी सही नहीं है वहां नहरी पानी से धान की फसल से जहां झाड़ अधिक होती है वहीं धान की फसल में जल्दी विस्तार होने लगता है।
किसान गुरप्रीत सिंह ने बताया कि नहरी पानी जल्दी न आने व गर्मी पड़ने से धान की फसल नष्ट होने के आसार बढ़ जाते हैं। अभी तो पॉवरकाम द्वारा आठ घंटे बिजली की स्पलाई देकर किसानों की बाजू पकड़ी हुई है, यदि बिजली की पूर्ति न होती तो किसानों की फसल नष्ट हो जानी थी वहीं किसान बलबीर सिंह का कहना है कि नहरी पानी की बंदी के कारण बहुत से किसान धान की फसल रोपित करने के लिए जनरेटर पर महंगे भाव का डीजल फूंक कर मजदूरों से धान की फसल रोपित करवा रहे हैं।
कृषि अधिकारी ने एक्सईएन को ठहराया जिम्मेवार
ब्लाक संगत के कृषि अधिकारी सुशील कुमार का बताया कि नहरी विभाग द्वारा रजवाहे को इस समय पर बंद करना उनकी बहुत बड़ी गलती है। उन्होंने कहा कि नहरी विभाग के एक्सईएन द्वारा कृषि विभाग को रजवाहे संबंधी पूछकर बंद करना होता है परंतु उनकी ओर से इस तरह नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि भुमिगत पानी सही नहीं होने के कारण नहरी पानी के बिना तो बिल्कुल भी गुजारा नहीं हो रहा। नहरी पानी की बंदी कारण किसानों को गुजारा नहीं हो रहा, जिससे किसानों को पानी की बंदी के कारण नुक्सान झेलना पड़ रहा है।
सफाई के कारण हुई रजबाहे की बंदी
जब इस संबंधी केनाल भटिंडा के तार बाबू हरकृष्ण सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि भटिंडा रजवाहे की बंदी सफाई के कारण की गई है। नरेगा मजदूर कम मिलने के कारणपानी छोड़ने में देरी हो रही है, उनके पास जो पानी छोड़ने का प्रपोजल है वह सोमवार सुबह दो बजे तक है।
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