पहले ही डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है अबोहर का सिविल अस्पताल
- नहीं हो सके चार मरीजों के आॅप्रेशन, निराश वापिस लौटे
- डॉ. सुमित लूना का फाजिल्का अस्पताल में स्थानांतरण
अबोहर (सुधीर अरोड़ा)। डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे स्थानीय सिविल अस्पताल में मरीजों को उस समय एक ओर झटका लगा जब अस्पताल में आॅप्रेशन के समय बेहोशी का इंजेक्शन लगाने वाले डॉक्टर सुमित लूना का भी फाजिल्का अस्पताल में स्थानांतरण हो गया।
गौरतलब है कि डॉ. लूना ने इस अस्पताल से तबादले के लिए पहले ही आॅनलाइन अर्जी दी हुई थी, जिसकी मंजूरी मिलते ही उनका फाजिल्का स्थानांतरण कर दिया गया। अस्पताल में 4 आॅप्रेशन केस हल नहीं हो सके और मरीजों को बिना आॅप्रेशन करवाए ही वापिस घर लौटना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि इस अस्पताल में सिजेरियन डिलिवरी के अलावा पथरी, हिरणियां, बच्चेदानी, आर्थो आदि संबंधी हर रोज 4-5 आॅप्रेशन की औसत थी, इसके अलावा एक माह में परिवार नियोजन मंगलवार और गुरूवार को 30 आॅप्रेशन किए जाते हैं, उधर दिल रोग मॉहिर डॉ .पुनीत चुचरा का भी अस्पताल से स्थानांतरण किए जाने के निर्देश आ चुके हैं, जिनके जाने से मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
विभाग को करवाया अवगत, समस्या ज्यों की त्यों
सिविल अस्पताल के इंचार्ज डॉ. लाल चंद ठुकराल ने बताया कि डॉक्टरों के स्थानांतरण से मरीजों को भारी परेशानी तो आएगी ही परन्तु सरकार के निदेर्शों पर उनको रिलीव करना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि सिजेरियन डिलिवरी मामलों के समय मरीजों की बेहोशी की हालत को सुधारने वाले डॉक्टर को बुलाने के लिए अस्पताल अपने तौर पर खर्च करेगा, जबकि अन्य आॅप्रेशनों के लिए मरीजों को अपने स्तर पर दो हजार रुपए खर्च करने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि वह कई बार स्वास्थ्य विभाग को डॉक्टरों की कमी से अवगत करवा चुके हैं परन्तु समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है।
बिजली समस्या से परेशान मरीज
बुधवार शाम 6 बजे से अस्पताल में बिजली गुल रहने से भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गत दिवस तेज आंधी के कारण अस्पताल की होट लाइन सुविधा ठप्प हो गई, जिस कारण स्टाफ के अलावा मरीजों को भी खासी परेशानी झेलनी पड़ी। अस्पताल में दौरा किया गया तो वार्ड में भर्ती मरीजों के परिंजन हाथ वाले पंखों से हवा करते दिखाई दिए।
इसके अलावा मरीजों को पीने के पानी की आपूर्ति भी नहीं हो सकी। सिविल अस्पताल के प्रभारी डॉ. लालचंद से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कल शाम बिजली बंद होने की सूचना बिजली विभाग के एक्सईएन मलकीत सिंह सिद्धू को दे दी गई थी, परंतु अधिकारियों ने वीरवार दोपहर तक कोई संतोष जनक जवाब नहीं दिया, परंतु फिर भी जरनरेटर के सहारे मरीजों को सुविधा प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है।
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