अब 16 को चक्काजाम की तैयारी
हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। किसानों को कर्जमुक्त करने व मध्यप्रदेश के मन्दसौर में किसानों पर गोली चलवाने वाले दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने सहित किसानों से जुड़ी विभिन्न मांगों को लेकर एकजुट हुए किसान संगठनों का आन्दोलन बुधवार से शुरू हो गया। राष्ट्रीय किसान महासंघ संघर्ष समिति के आह्वान पर आन्दोलन की कड़ी में पहले दिन जिले के दर्जनों गांवों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पुतले फूंके गए तथा सभाएं कर केन्द्र व राज्य सरकारों को आड़े हाथों लिया। हनुमानगढ़ तहसील के भी करीब बीस गांवों में पुतला दहन कार्यक्रम हुआ।
जंक्शन में भगतसिंह चौक पर किसानों के समर्थन में मजदूरों ने पुतला फूंका। इससे पहले पुतले की शवयात्रा निकाली गई तथा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सभाओं में रामेश्वर वर्मा, रघुवीर वर्मा, सोहनलाल खालिया, सदीक मोहम्मद, शेर सिंह, बीएस पेंटर, मलकीत सिंह, आशाराम, गुरचरण सिंह, सुनील शर्मा, राजेन्द्र बिश्नोई, सतपाल चौहान, ओम परिहार, मोहनलाल, सीताराम, सुरेन्द्र शर्मा, अश्विनी, भीम, गुरजंट सिंह, बृजलाल आदि ने विचार व्यक्त किए।
चारों तरफ से जिला मुख्यालय करेंगे जाम
माकपा के जिला सचिव रघुवीर वर्मा ने बताया कि आन्दोलन के तहत शुक्रवार को हनुमानगढ़ से सूरतगढ़ मुख्य मार्ग पर स्थित गांव मसरुवाला, संगरिया मार्ग पर रतनपुरा, रावतसर मार्ग पर शेरगढ़, अबोहर मार्ग पर धोलीपाल व श्रीगंगानगर मार्ग पर पक्कासारणा में चक्काजाम किया जाएगा। इसके बाद भी मांग न माने जाने तक आन्दोलन जारी रहेगा।
दूसरी ओर राष्ट्रीय किसान महासंघ के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर खेती बचाओ किसान बचाओ मोर्चा ने भी शुक्रवार को जिले के सभी गांवों में चक्काजाम करने व 21 जून को जिला कलक्ट्रेट पर विशाल प्रदर्शन की घोषणा की है। मोर्चा के प्रो. ओम जांगू ने बताया कि शुक्रवार को सभी गांवों से निकलने वाले मार्गों पर चक्काजाम कर व्यवस्था ठप की जाएगी। 21 जून को कलक्ट्रेट पर प्रस्तावित प्रदर्शन में जिलेभर के किसान शामिल होंगे।
इन मांगों को लेकर आंदोलन
किसान संगठन स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश अनुसार किसानों को फसल का लाभकारी मूल्य दिलवाने, मध्यप्रदेश के मन्दसौर में किसानों पर गोली चलवाने वाले दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने, किसानों को कर्जमुक्त कर बिना ब्याज कृषि ऋण दिलवाने, पंजाब क्षेत्र में जर्जर नहरों की मरम्मत करवाकर सिंचाई के लिए पूरा पानी दिलवाने, असिंचित क्षेत्र के किसानों को सिंचाई सुविधा दिलवाने, सरसों की फसल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य एवं खुले बाजार में किसानों की ओर से विक्रय की गई सरसों की कीमत की राशि के अन्तर की राशि किसानों को भुगतान करवाने, निराश्रित पशुओं पर नियंत्रण, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के हित में बनाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
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