7 संघर्षशील किसान संगठनों के आह्वान पर दिए जिला स्तरीय धरने
- पंजाब सरकार के नाम उपायुक्तों को सौंपे ज्ञापन
जालंधर/ चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब के सात संघर्षशील किसान संगठनों के आह्वान पर आज राज्य में कर्ज माफी, बेरोजगारों को नौकरी व अन्य किसानों मुद्दों को लेकर जिला स्तरीय धरने दिए गए। विभिन्न जिला हैड क्वार्टरों पर हुए किसान धरनों के दौरान कैप्टन सरकार पर वायदाखिलाफी के आरोप लगाते हुए जोरदार नारेबाजी की गई।
गुरदासपुर से संवाददाता सर्बजीत के अनुसार गुरु नानक पार्क में पंजाब सरकार के खिलाफ अकाली दल और भाजपा के कार्यकतार्ओं ने धरना दिया। उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरना दे रहे कार्यकतार्ओं का नेतृत्व सुच्चा सिंह ने किया। अमृतसर में भी अकाली दल और भाजपा ने डीसी कार्यालय के बाहर धरना दिया। पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया, अनिल जोशी, गुलजार सिंह राणीके सहित शिअद व कई नेताओं ने धरने में हिस्सा लिया।
मिनी सचिवालय के समक्ष धरना
बरनाला से संवाददाता जीवन रामगढ़ के मुताबिक आज डिप्टी कमिशनर कार्यालय बरनाला में बीकेयू (एकता) उगराहां के प्रांतीय नेता हरदीप सिंह टल्लेवाल और बीकेयू डकौंदा के राज्य प्रधान बूटा सिंह बुर्ज गिल के नेतृत्व में रोष धरना देकर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई। इस मौके उपस्थित नेताओं में बीकेयू उगराहां के जिला प्रधान बुक्कण सिंह सद्दोवाल, डकौदां के जिला प्रधान दर्शन सिंह, कुलवंत सिंह आदि शामिल थे।
वहीं पटियाला में भी 7 संघर्षशील किसान संगठनों की सांझी तालमेल समिति द्वारा दिए आदेशों को लागू करते डिप्टी कमिशनर कार्यालय पटियाला के आगे सैंकड़ों की संख्या में किसानों ने विशाल रोश धरना देने उपरांत प्रधानमंत्री भारत सरकार डीसी पटियाला को ज्ञापन सौंपा।श्री मुक्तसर साहिब से संवाददाता भजन समाघ के अनुसार संघर्षशील किसान संगठनों की संयुक्त तालमेल संघर्ष कमेटी की ओर से किसानों के मामलों को लेकर मिनी सचिवालय के समक्ष धरना दिया गया।
धरने उपरांत किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम राजपाल सिंह को ज्ञापन सौंपा। किसानों ने कहा खेती में लाभ न होने के कारण किसान ऋण वापिस करने में असमर्थ हैं, इसलिए बजट सेशन में किसानों का ऋण खत्म करने की घोषणा की जाए।
किसानों की मुख्य मांगें
इसके साथ ही किसानों ने ऋण लेते समय मजबूरी में आढ़ती व सहकारी बैंक को दिए गए किसानों के चेक वापिस दिलाने, चेक भुगतान में चल रहे केस रद्द करने, ऋण के एवज में बैनामी, अष्टाम, आढ़ती के वहीखाते रद्द करने, इनकी कानूनी मान्यता रद्द करने, ऋण की वसूली के संबंध में किसानों की गिरफ्तारी व पुलिस की दखलअंदाजी बंद करने, ब्याज पर मूलधन से अधिक ब्याज वसूल करने पर पाबंदी लगाने, ऋण के कारण खुदकुशी का शिकार पीड़ित किसानों के परिजनों को दस-दस मरले के प्लाट व एक लाख रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी देने आदि की मांग की।
हजारों अकाली वर्करों ने लगाए नारे
फाजिल्का। शिरोमणी अकाली दल और भाजपा ने पंजाब की कांग्रेस सरकार के खिलाफ मतदान से पहले लोगों के साथ किये वायदों से भागने के विरुद्ध डिप्टी कमिश्नर फाजिल्का के दफ्तर आगे एक रोष धरना पूर्व मंत्री जनमेजा सिंह सेखों के नेतृत्व में लगाया, जिस में जिले भर से हजारों की संख्या में अकाली दल के नेताओं और वर्करों ने भाग लिया।
इस रोश धरने को संबोधन करते पूर्व मंत्री जनमेजा सिंह सेखों ने कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार बने साढ़े तीन महीनो का समय हो चुका है, सरकार ने सिवाए बदलाखोरी के और कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि शरोमनी अकाली दल द्वारा धरना लगाने का मुख्य उद्देश्य कांग्रेस पार्टी ने चुनावों से पहले चुनाव मैनीफैस्टो में लोगों के साथ जो वायदे किए थे, उससे कैप्टन सरकार को भागने से रोकना है। उन्होंने कहा कि आज नौजवान, बुजÞुर्ग और हर वर्ग मुरझाया हुआ है।
अकाली-भाजपा ने किया पंजाब का समूह विकास : ज्याणी
इस मौके पूर्व मंत्री सुरजीत कुमार ज्याणी ने संबोधित करते कहा कि पंजाब का समूचा विकास अकाली भाजपा सरकार ने किया है। इस मौके उप-मुख्यमंत्री स. सुखबीर सिंह बादल के ओएसडी हलका जलालाबाद इंचार्ज सतिन्दरजीत सिंह मंटां ने जहां पहुंचे वर्करों का धन्यवाद किया, वहीं कहा कि अकाली वर्कर की हर मुश्किल में पार्टी के साथ खड़ी है।
उन्होंने कहा कि वर्कर इकठ्ठा होकर कांग्रेस सरकार के जबर का सामना करें। इस मौके पूर्व विधायक प्रकाश सिंह भट्टी, जिला अकाली शहरी के प्रधान अशोक अनेजा, सीनियर अकाली नेता चरन सिंह, चौधरी आत्मा राम कम्बोज, दविन्दर सिंह बब्बल, लखविन्दर सिंह रोहीवाला जिला प्रधान यूथ अकाली दल देहाती आदि ने भी संबोधित किया।
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