भगवान का नाम लेने के लिए कोई घर परिवार नहीं छोड़ना पड़ता
चचिया नगरी: पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि ईश्वर का नाम सब सुखों की खान है और भगवान का नाम लेने के लिए कोई घर परिवार नहीं छोड़ना पड़ता, कोई काम-धन्धा नहीं छोड़ना पड़ता।
इन्सान घर गृहस्थी में रहकर, कड़ा परिश्रम व मेहनत की कमाई करता हुआ अगर परमात्मा का नाम जपता है तो इस जहान में भी उसके दर्श-दीदार करके परमानन्द को प्राप्त कर सकता है। पूज्य गुरु जी फरमाते हैं कि जीव नाम ले लेता है, लेकिन जाप नहीं करता।
काम-धंधा करते हुए मालिक को याद करें
नाम लेकर सुमिरन करे, भक्ति इबादत करे तो कोई गम नहीं रहता, कोई दु:ख तकलीफ नहीं रहती। अगर इन्सान सुमिरन करे ही नहीं, भक्ति करे ही नहीं तो अंत:करण में शांति कहां से आएगी, दिलो-दिमाग में खुशी कहां से आएगी।
अगर आप चाहते हो कि प्रभु की कृपा दृष्टि हो, आपके गम, दु:ख, दर्द, चिंताएं दूर हो जाएं तो आप सभी तड़प से सच्ची लगन से चलते, बैठते, लेटके, काम-धंधा करते हुए मालिक को याद करें, तो प्रभु की कृपा दृष्टि जरूर होगी और आपका जीवन खुशियों से महक उठेगा।
Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।