जाखल (तरसेम सिंह)। जाखल के सभी धार्मिक संगठनों और विभिन्न पार्टी नेताओं ने बुधवार देर शाम में कैंडल मार्च निकालकर पहलगांव में दहशतगर्दी का शिकार हुए पर्यटक स्थल पर घूमने गए टूरिस्टों पर हुए हमले के शहीदों को याद करते हुए कैंडल मार्च व मशाल जुलूस निकाला गया। इसके लिए पहले जाखल के ताऊ देवीलाल पार्क में भारी संख्या में मंडी के गणमान्य लोग, किसान एवं महिलाओं शामिल होकर इकठ्ठे हुए। कैंडल मार्च में आंतकवाद के खिलाफ नारे लगाए।
समाजसेवी कांत जैन ने बताया कि कश्मीर की वादियां एक बार फिर दहशतगर्दों की गोलियों से थर्रा उठी हैं। आतंकियों ने अनंतनाग जिले के पहलगाम में खुलेआम नरसंहार किया है. जिन वादियों में देशभर से सैलानी घूमने पहुंचे थे, उसी वादी में दहशतगर्दों ने सैलानियों का पहले धर्म पूछा और फिर मौत के घाट उतार दिया. आतंकियों ने हैवानियत की सारी हदों को पार कर दिया। किसी पत्नी के आंखों के सामने आतंकियों ने पति को गोली मार दी, किसी की आंखों के सामने परिजन को मार दिया। दहशतगर्दों ने एक-दो नहीं, बल्कि 28 सैलानियों को चुन-चुन कर मारा।
दहशतगर्दी का ऐसा खौफनाक खेल खेला गया कि सुनकर किसी की भी रूह कांप उठे। ये घटना अनंतनाग जिले के पहलगाम से 6 किमी दूर स्थित पर्यटन स्थल बैसरन घाटी में हुई है। मंगलवार दोपहर में पर्यटक यहां घूम रहे थे। इसी बीच, दोपहर 2.45 बजे करीब छह आतंकी पहुंचे और अलग-अलग जगहों पर अटैक कर दिया। आतंकियों ने वहां मौजूद 45 पर्यटकों के समूह पर गोलियां बरसाईं। इनमें 28 टूरिस्ट की मौत हो गई। टूरिस्ट को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मंडी वासियों ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री किसी भी कीमत पर आतंकवाद को देश में बर्दाश्त नहीं कर सकते। इस आतंकवादी हमले से देश में शोक की लहर दौड़ गई थी। इसके लिए जाखल मंडी में पहलगांव आतंकी हमले में शहीद हुए पर्यटकों को पुष्पांजलि अर्पित कर कैंडल मार्च निकाला।