लश्कर का शीर्ष कमांडर है सैफुल्लाह खालिद
Pahalgam Terror Attack Live Update: 22 अप्रैल 2025, जम्मू-कश्मीर के एक शांतिपूर्ण और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर पर्यटन स्थल पहलगाम के बैसरन घाटी में उस समय दहशत फैल गई, जब वहां मौजूद सैकड़ों पर्यटकों पर आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलियां चला दीं। इस बर्बर हमले में 26 नागरिकों की जान चली गई, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। इसके अतिरिक्त कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। हमले के कुछ ही समय बाद पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली। TRF ने सोशल मीडिया पर एक कथित बयान में कहा कि, “जम्मू-कश्मीर में जनसंख्या के स्वरूप को बदलने की कोशिशें हो रही हैं, और पर्यटक उसी प्रक्रिया का हिस्सा हैं।” हालांकि इस दावे की स्वतंत्र पुष्टि अब तक नहीं हो सकी है। Pahalgam Attack Mastermind
हमले के पीछे कौन है? | Saifullah Kasuri Mastermind
खुफिया एजेंसियों के अनुसार, इस हमले की योजना लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर सैफुल्लाह कसूरी उर्फ खालिद द्वारा बनाई गई हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक खालिद का संबंध लश्कर के सह-संस्थापक हाफिज सईद से भी बताया गया है। सूत्रों के अनुसार, इस हमले में रावलकोट स्थित अबू मूसा सहित लश्कर के अन्य कमांडरों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। कुछ रिपोर्टों में सैफुल्लाह को इस हमले का ‘मुख्य मास्टरमाइंड’ बताया गया है।
द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) वर्ष 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद अस्तित्व में आया। इसे लश्कर का छद्म संगठन माना जाता है, जिसका उद्देश्य कश्मीर में आतंकवाद को स्थानीय स्वरूप देना था। शुरुआती चरण में इस संगठन का नेतृत्व शेख सज्जाद गुल और बासित अहमद डार ने किया। भारत सरकार ने जनवरी 2023 में TRF को एक प्रतिबंधित संगठन घोषित किया, और इसे गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के तहत आतंकवादी संगठन माना गया। TRF पिछले कई वर्षों से कश्मीरी पंडितों, प्रवासी मज़दूरों और सुरक्षा बलों को निशाना बनाता रहा है। अक्टूबर 2024 में गंदेरबल में एक निर्माण स्थल पर हुए हमले में इस संगठन ने एक डॉक्टर और छह मजदूरों की हत्या की जिम्मेदारी भी ली थी। Pahalgam Attack Mastermind
सैफुल्लाह कसूरी की पृष्ठभूमि | Pahalgam Terror Attack News
सैफुल्लाह कसूरी, जिसे सैफुल्लाह खालिद भी कहा जाता है, लश्कर का एक प्रमुख चेहरा है। वह पाकिस्तान के पेशावर में स्थित लश्कर के मुख्यालय का संचालन करता है और जमात-उद-दावा के लिए मध्य पंजाब क्षेत्र में भी सक्रिय भूमिका निभा चुका है। रिपोर्टों के अनुसार, उसने हाल ही में पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में एक बैठक में भारत के खिलाफ भड़काऊ बयान दिया था, जिसमें उसने कहा था कि, “हम अगले वर्ष तक कश्मीर को कब्ज़े में लेने की हरसंभव कोशिश करेंगे।”
राजनीतिक और कूटनीतिक संदर्भ
यह हमला ऐसे समय हुआ जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब की यात्रा पर थे और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत में निजी दौरे पर आए हुए थे। हमले के बाद प्रधानमंत्री ने अपनी यात्रा बीच में रोककर दिल्ली लौटने का निर्णय लिया, जिससे इस घटना की गंभीरता और संवेदनशीलता को समझा जा सकता है। Pahalgam Attack Mastermind
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