…समय का सही प्रबंधन करना ही बच्चों के लिए सफलता की कुंजी

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Kurukshetra News: ...समय का सही प्रबंधन करना ही बच्चों के लिए सफलता की कुंजी

समय प्रबंधन को लेकर विषय विशेषज्ञों ने दी अपनी राय, बोले लक्ष्य प्राप्ति के लिए करें समय प्रबंधन

कुरूक्षेत्र (सच कहूँ/देवीलाल बारना)। Kurukshetra News: हर व्यक्ति अपने जीवन में सफल होना चाहता है, लेकिन उसके लिए आवश्यक है कि जीवन के आश्यक नियमों का माना जाए। ऐसा ही नियम समय प्रबंधन भी है। डिजिटल युग की आड़ में बहुत कुछ ऐसा हो रहा है जो जीवन को सही दिशा देने की बजाए अंधकार की तरफ धकेल रहा है। लेकिन समय का यदि सदुपयोग किया जाए तो जीवन में बहुत कुछ पाया जा सकता है। ऐसे में आज के डिजिटल युग मे सोशल मीडिया पर समय बीताने वाली युवा पीढ़ी को समय प्रबंधन को लेकर जागरूक होने की बहुत आवश्यकता है।

अपने निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आवश्यक है कि विद्यार्थी समय प्रबंधन को लेकर सजग हो। यदि युवा वर्ग समय प्रबंधन कर समय का सदुपयोग करे तो जहां बेवजह पनप रहे तनाव को कम किया जा सकता है। वहीं सही निर्णय ले की क्षमता मे भी वृद्धि होगी। यह विद्यार्थी के कार्यों को उचित तरह से व्यवस्थित करना सिखाता है, जिससे दक्षतापूर्वक कार्य करने की क्षमता बढ़ती है। समय प्रबंधन एक विस्तारित विषय है, इसको लेकर सच कहंू टीम ने बातचीत की विश्वविद्यालय व विद्यालयों के शिक्षकों से, उन्होने समय प्रबंधन को लेकर अलग अलग राय दी है।

कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर सपना का इस बारे में कहना है कि विद्यार्थियों के लिए समय प्रबंधन सफलता की कुंजी है। इससे कार्य समय पर पूरे हो जाते है, जिससे तनाव का सामना नहीं करना पड़ता। समय को संतुलित करके आगे बढ़ने से व्यक्ति में आत्मविश्वास आता है। कई बार विद्यार्थी कक्षा में देर से पहुँचने पर बताते हैं कि बीती रात देर से सोने के कारण सुबह उठ नहीं पाए। समय प्रबंधन के लिए सबसे पहले अपने सोने और उठने का समय निर्धारित करें फिर देखें धीरे-धीरे आपकी दिनचर्या में बदलाव आता है। इसके बाद विद्यार्थी समय प्रंबधन बेहतर तरीके से कर पाएंंगे। Kurukshetra News

राजकीय विद्यालय में लैक्चरर अनिल का कहना है कि बहुत कम विद्यार्थी समय प्रबंधन को तवज्जो देते हैं, जबकि समय प्रबंधन बहुत महत्वपूर्ण विषय है। विद्यार्थियों को इस ओर विशेष ध्यान देना चाहिए। समय प्रबंधन पर ध्यान न देने के कारण विद्यार्थी अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में समस्याओंं का सामना करते हैं। वे किसी कार्य को समय पर पूरा नहीं कर पाते। उन्होंने विद्यार्थियों को योग व व्यायाम सहित पढ़ाई व अन्य विषयों के लिए समय प्रबंधन करने की बात कही।

राजकीय विद्यालय में शिक्षक के पद पर तैनात मनोज का कहना है कि वे आमतौर पर कक्षा 9 से ऊपर के विद्यार्थियों से टाइम टेबल बनवाकर समय पर समीक्षा कर उसमें बदलाव करवाते हैं। विद्यार्थी स्वयं अपनी दिनचर्या का प्रबंधन रखते हैं कि स्कूल के बाद परिवार को कितना समय देना है, किस समय बाहर घूमना है आदि। उन्होंने छात्रों को समय प्रबंधन करते हुए व्यक्तिगत गतिविधियों जैसे खेलना, शौक, घूमना आदि का भी विशेष ध्यान रखने की सलाह दी।

विद्यार्थी ऐसे करें समय प्रबंंधन | Kurukshetra News

शिक्षक प्रीति बूरा का कहना है कि अपनी रूचि को ध्यान में रखकर जीवन के लक्ष्य निर्धारित करें ताकि प्रयासों को सही दिशा में लगाया जा सके। कार्यों का आवंटन अपने लक्ष्य को ध्यान में रखकर कार्यों के लिए उनकी महत्ता देखते हुए समय को बांटे। प्रतिदिन समीक्षा करें कि स्वयं द्वारा किए कार्यों कितने सही हैं और समय मे किस बदलाव की जरूरत है। समयानुसार परिस्थितियों के हिसाब से भी समय सारणी में बदलाव कर सकते हैं।

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