आर्गेनिक खेती से उगाई गई गेहूं की फसल तीन से चार गुणा अधिक भाव में बिक रही | Bhiwani News
- केवाईसी की प्रेरणा से प्रदेश भर में 1700 से अधिक तथा गांव बिहरी में 68 एकड़ जमीन पर हुई आर्गेनिक खेती
- किसानों को 10 हजार रूपये प्रति क्विंटल तक मिल रहा है आर्गेनिक गेहूं का भाव: बबीता
- किसानों ने कहा : उनके लिए उम्मीद बनकर आया केवाईसी
- आर्गेनिक खेती अपनाकर सरकारी भाव से तीन से चार गुणा अधिक तक मिल रहे फसलों के दाम: किसान
भिवानी/चरखी दादरी (सच कहूँ न्यूज़)। Charkhi Dadri News: किसानों की आय बढ़ाने तथा लोगों को रासायनिक (जहर) युक्त खेती से मुक्ति दिलाने के लिए किसान युवा क्लब द्वारा आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने की मुहिम चलाई हुई है, जिसके तहत वे किसानों को आर्गेनिक खेती के लाभ बताकर उन्हे इस दिशा मे आगे बढऩे के लिए प्रेरित करते है, ताकि किसानों की आय बढ़ाने के साथ-साथ लोगों के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाया जा सकें। किसान युवा क्लब की आर्गेनिक खेती की मुहिम अब रंग लाने लगी है तथा आर्गेनिक माध्यम से उगाई गई फसल के अब किसानों को तीन से चार गुणा तक दाम मिल रहे है, जिसके बाद अन्य किसानों में भी एक उम्मीद की किरण जगी है। Bhiwani News
इस बारे में जानकारी देते हुए किसान युवा क्लब की संस्थापक बबीता ने बताया कि रायासनिक खादों ने क्वांटीटी तो बढ़ा दी, लेकिन क्वालिटी खत्म कर दी। जिसके चलते लोग गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे है। ऐसे में केवाईसी द्वारा आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए विशेष अभियान चलाया तथा प्रदेश भर में 1700 से अधिक एकड़ में आर्गेनिक खेती करवाई। इसी कड़ी में गांव बिरही में 68 एकड़ जमीन में आर्गेनिक खेती की गई। उन्होंने कहा कि शुरू में तो किसानों में दामों को लेकर संशय बना हुआ था, लेकिन जैसे ही फसल की कटाई हुई तथा लोग फसल खरीदने के लिए भारी तादात में आने लगे तथा यहां पर 10 हजार रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से किसान ने अपनी फसल को बेचा। उन्होंने कहा कि आर्गेनिक खेती से ना केवल भूमि की उपजाऊ शक्ति बढ़ेगी तथा लोगों के स्वास्थ्य में भी सुधार आएगा।
इस बारे में गांव बिरहीकलां के संजय व रामफल ने बताया कि वे पहले डीएपी व यूरिया से खेती करते थे, लेकिन अबकी बार उन्होंने किसान युवा क्लब की प्रेरणा से आर्गेनिक खेती की शुरूआत की तथा अबकी बार उन्हे खासे मुनाफे के साथ पैदावार मिली है। जिससे वे काफी खुश है। उन्होंने कहा कि वे किसान युवा क्लब का आभार जताते है कि विश्वास दिलाते है कि अब भविष्य में वे सिर्फ आर्गेनिक खेती ही करेंगे। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को बचाने के लिए आर्गेनिक खेती बहुत जरूरी है। उन्होंने अन्य किसानों से आह्वान किया कि जो किसान 20 एकड़ में खेती करता है, वह दो एकड़ में आर्गेनिक खेती करके दे ले, ताकि उन्हे इसका अंतर समझ में आ सकें। Bhiwani News
भिवानी जिला के गांव कालुवास के किसान महेंद्र ने बताया कि वे गांव बिहरी के किसान संजय द्वारा बगैर यूरिया व पेस्ट्रीसाईड के आर्गेनिक खेती के माध्यम से की गई फसल को देखने आए है। उन्होंने कहा कि उन्होंने यहां आकर देखा पाया कि आर्गेनिक खेती किसानों की आय को तीन गुणा करने में सक्षम है। क्योंकि जब वे फसल काट रहे थे तो उसी समय ग्राहक 10 हजार रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से गेहूं खरीदने के लिए तैयार खड़े थे।
बाईट: बबीता किसान युवा क्लब की संस्थापक एवं गांव बिरहीकलां के संजय व रामफल तथा भिवानी जिला के गांव कालुवास के किसान महेंद्र।
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