नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को पार्टी के अल्पसंख्यक नेताओं के साथ बैठक में कहा कि गीता, कुरान और आस्था की सभी चीजों का सम्मान है, लेकिन देश संविधान से चलेगा। बता दें कि डीएमके नेता करूणानिधि के 94वें जन्मदिन के मौके पर चेन्नई पहुंचे राहुल गांधी ने कहा था कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा का मुकाबला करने के लिए आजकल उपनिषद और भगवद् गीता पढ़ रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि
पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, ‘इन दिनों मैं उपनिषद और गीता पढ़ रहा हूँ, क्योंकि मैं आरएसएस और बीजेपी से लड़ रहा हूँ।’ पार्टी सूत्रों ने राहुल के हवाले से कहा, ‘मैं उनसे (आरएसएस के लोगों से) पूछता हूँ, मेरे दोस्त, आप ऐसा कर रहे हैं, आप लोगों को दबा रहे हैं, लेकिन उपनिषद में लिखा है कि हर व्यक्ति समान है, तो फिर आप अपने ही धर्म में कही गई बात को कैसे झुठला रहे हैं।’ उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा बुनियादी तौर पर भारत को समझती ही नहीं है, उसे सिर्फ नागपुर (आरएसएस मुख्यालय) समझ आता है।
आरएसएस-भाजपा पर देश में एक ही तरह का विचार थोपने का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा कि हर व्यक्ति, चाहे वह तमिलनाडु में हो या उत्तर प्रदेश में, असहमति जाहिर करने का अधिकार सबको है और किसी एक विचार को थोपना स्वीकार्य नहीं है। राहुल गांधी के गीता और उपनिषद पढ़ने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने तंज कसते हुए कहा कि एनडीए सरकार के 15 साल पूरे होने तक वह योगा वगैरह भी करना शुरू कर देंगे।
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