
जाखल ( तरसेम सिंह)। खंड जाखल के गांव चांदपुरा में सर्व सांझा नौवां कबड्डी टर्नामेंट डॉ भीमराव अंबेडकर युवा स्पोर्ट्स क्लब के तत्वधान में करवाया गया। दूसरे दिन कबड्डी प्रतियोगिता में विशेष मुख्यातिथि के रूप में पहुंचे गांव सरपंच अमरीक सिंह ग्रेवाल ने खिलाड़ियों और दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाट के बीच कब्बडी टूर्नामेंट की शुरुआत करवाई। अन्य गणमान्य लोगों ने भी पहुंच कर खिलाड़ियों से परिचय किया और क्लब को सहयोग दिया। वहीं इसके अलावा जाखल पुलिस भी मौके पर तैनात रही।
कब्बडी टूर्नामेंट का प्रतिनिधित्व कर रहे क्लब प्रधान सत्तू हरिका, पंच काला ग्रेवाल, सुखवीर सराओं, लखा टिवाना, हैप्पी सिंह धानियां इत्यादि ने संयुक्त रूप से बताया कि गांव में चल रहे 9 वें कब्बडी टूर्नामेंट के दौरान दर्शकों की हुटिंग के चलते 65 किलो भार वर्ग की टीमों का फाइनल मुकाबला शुरू हुआ। जिसमें गांव सिधानी की टीम ने गांव कालवन की टीम को हराकर फतेह हासिल की। जबकि 75 किलो भार वर्ग में गांव लेहल कलां की टीम ने गांव चांदपुरा की टीम को हराकर वहीं गांव छत्रर की टीम ने खोखर समाध की टीम को हराकर फाइनल में प्रवेश किया।

और फाइनल मुकाबले में लेहल कलां की टीम ने गांव छत्र की टीम को हराकर अपनी जीत का लोहा मनवाया। खबर लिखे जाने तक अभी 80 किलोभार वर्ग में गांव चांदपुरा, गांव दौदड़ा गांव बलरां और गांव जुलेड़ा की टीम सेमी फाइनल में पहुंची। 85 किलोभार वर्ग में अभी फाइनल मुकाबला होना बाकी है इसके अलावा ओपन भार वर्ग में भी मुकाबले भी जबरदस्त होंगे। क्लब के सदस्यों व गांव सरपंच अमरीक सिंह ने सभी जीती हुई टीमों कप्तानों को जहां ट्राफी देकर सम्मानित किया। कल्ब के सदस्यों ने समूह ग्राम पंचायत एवं गांव वासियों को सहयोग देने के लिए हार्दिक आभार जताया। इस अवसर पर जगतार नम्बरदार, गुरचरण खालसा, युवा नेता मक्खन चांदपुरा, मूंदलियां सरपंच बीकर, बबनपुर सरपंच लखविंद्र, बबनपुर के पूर्व सरपंच रिछपाल सिंह, रामचंद्र ब्लॉक समिति सदस्य, जोगिंदर सिंह, बलजिंद्र खालसा, प्रगट सिंह, जगसीर सिंह, बलकार ग्रेवाल, गैरी ग्रेवाल, बीकर सिंह इन्सां, रामफल, नाजर सिंह, जगतार नंबरदार, जस्सी ग्रेवाल, बलकार ग्रेवाल, लखवीर सिंह, जगसीर सिंह ग्रेवाल, काला सिंह, जसविंदर ग्रेवाल, मंजीत सिंह, जीत सिंह, मंजीत खुंडिया सहित बड़ी संख्या में आसपास के अनेक गांवों से गणमान्य लोगों सहित हजारों लोगों ने कब्बडी का लुत्फ उठाया।