वीआरपी संघ ने जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन
increase in honorarium: हनुमानगढ़। भारत सरकार की योजनाओं महात्मा गांधी नरेगा, पीएमएवाई, एसबीएमजी, एफएफसी, एमडीएम में किए गए सामाजिक अंकेक्षण कार्य का मानदेय दिलवाने व पिछले कई वर्षों से सामाजिक अंकेक्षण में मात्र 300 रुपए प्रति दिन मानदेय में कार्य कर रहे ग्राम संसाधन व्यक्तियों का अनुभव प्रमाण-पत्र बनवाने सहित अन्य मांगों को लेकर वीआरपी संघ ने सोमवार को जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। Hanumangarh News
संघ पदाधिकारियों के अनुसार राज्य सरकार की ओर से पंचायती राज विभाग के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में सामाजिक अंकेक्षण का कार्य ग्राम संसाधन व्यक्तियों (वीआरपी) से करवाया जाता है। वीआरपी की टीम हमेशा पांच कार्य दिवस एवं जिला परिषद व पंचायत समिति के अधिकारियों की मॉनिटरिंग में कार्य करती है। वीआरपी की ओर से ग्राम पंचायतों की ओर से किए गए योजनाओं के सामाजिक कार्यों का भौतिक सत्यापन एवं रिकॉर्ड का भौतिक सत्यापन 5 दिवस फील्ड एवं ग्राम पंचायत में उपस्थित रहकर निम्न मानदेय 300 प्रतिदिन पर किया जाता है। इसके बावजूद सात दिन की बजाय पांच दिन का भुगतान दिया जाता है।
उन्होंने बताया कि हनुमानगढ़ जिले में कुछ वीआरपी का तीन वर्षों का सोशल ऑडिट वित्तीय भुगतान बकाया चल रहा है। इसके चलते वीआरपी आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से मांग की कि उन्हें सात दिवस का भुगतान करवाया जाए। सामाजिक अंकेक्षण करने का प्रतिदिन का यात्रा भत्ता दिलवाया जाए। वीआरपी का सामाजिक अंकेक्षण का अनुभव प्रमाण-पत्र जल्द जारी किया जाए ताकि उन्हें आगामी भर्तियों में अनुभव प्रमाण-पत्र संबंधित लाभ मिले सके।
मानदेय बढ़ाकर 700 रुपए प्रति दिन या उन्हें संविदा आधारित मासिक वेतन का भुगतान किया जाए। सामाजिक अंकेक्षण करते समय दुर्घटना या अनहोनी होने की स्थिति में उनके परिवार के आर्थिक सहारे के लिए वीआरपी का जीवन बीमा कवर भी करवाया जाए। विभाग की ओर से आईडी कार्ड जारी किया जाए। इस मौके पर वीआरपी संघ के जिलाध्यक्ष कमल स्वामी, कृष्ण कुमार, सतपाल कम्बोज, संदीप जांगिड़, निशा चौपड़ा, सिमरजीत कौर, अल्का भाटी, कांता, सुमित्रा, पूनम, मूर्ति देवी, किरण, गायत्री, निर्मला कुमारी आदि मौजूद थे। Hanumangarh News
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