पंजाब सरकार ने जेल सुरक्षा ढांचे को मजबूत किया, कैदियों के पुनर्वास संबंधी पहलकदमियों में वृद्धि

Laljit Singh Bhullar

300 खतरनाक कैदियों को रखने के लिए 100 करोड़ रुपए की लागत वाली उच्च सुरक्षा जेल का निर्माण प्रगति पर

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान जेलों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए बड़े स्तर पर काम कर रहे हैं, जिसके चलते पिछले साल न केवल जेलों के बुनियादी ढांचे पर बड़े पैमाने पर काम किया गया, बल्कि कैदियों की स्थिति में सुधार लाने के लिए भी बड़े स्तर पर पहल की गई।

इस संबंध में जानकारी देते हुए पंजाब के जेल मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने आज जेल विभाग द्वारा साल 2024 के दौरान सुरक्षा उपायों को मजबूत करने और कैदियों के पुनर्वास के लिए की गई महत्वपूर्ण पहलकदमियों पर प्रकाश डाला।

राज्य में जेलों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए स. लालजीत सिंह भुल्लर ने कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार द्वारा लुधियाना के निकट 50 एकड़ क्षेत्र में 100 करोड़ रुपए की लागत से उच्च सुरक्षा जेल की स्थापना की जा रही है। इस जेल के पूर्ण होने के बाद यहां 300 खतरनाक कैदियों को रखा जाएगा।

आगे जानकारी देते हुए कैबिनेट मंत्री ने बताया कि विभाग द्वारा तकनीक के उपयोग को प्राथमिकता दी जा रही है, जिसके तहत आठ केंद्रीय जेलों में ए.आई आधारित सी.सी.टी.वी निगरानी प्रणाली लागू की जा रही है ताकि प्रतिबंधित पदार्थों के फेंके जाने, दीवार पार करने और अनधिकृत मोबाइल उपयोग का पता लगाया जा सके। इस प्रणाली का विस्तार छह और जेलों तक किया जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि केंद्रीय जेल बठिंडा में वी-कवच जैमर को सफलतापूर्वक लागू करने के बाद 12 संवेदनशील जेलों में इसे स्थापित करने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि बठिंडा जेल में सुरक्षा के लिए एक अतिरिक्त सी.आर.पी.एफ कंपनी भी तैनात की गई है।

जेल मंत्री ने बताया कि अनधिकृत मोबाइल उपयोग को रोकने के साथ-साथ संचार की आधुनिक तकनीकों के तहत जेलों में 750 से अधिक कॉलिंग सिस्टम स्थापित किए जा रहे हैं ताकि कैदी अपने परिवारों और वकीलों से बात कर सकें। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा सभी 13 संवेदनशील जेलों को एक्स-रे बैगेज स्कैनर से लैस करने सहित उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्रों, जहां खतरनाक कैदी रखे गए हैं, में सी.सी.टी.वी कवरेज स्थापित करना भी प्रक्रिया में है।

उन्होंने बताया कि अक्टूबर 2023 से लागू किए गए नए खोज, विश्लेषण और इंटेलिजेंस विंग द्वारा खुफिया-आधारित कार्यवाहियों और कैदियों के व्यवहार के विश्लेषण के माध्यम से आंतरिक सुरक्षा को मजबूत किया जा रहा है।

कैदियों के पुनर्वास संबंधी उपक्रमों के बारे में बात करते हुए स. लालजीत सिंह भुल्लर ने बताया कि “शिक्षा दात परियोजना” के तहत 2200 कैदी शैक्षिक कोर्स कर रहे हैं, जबकि 513 कैदी इस साल दिसंबर में शुरू होने वाले इलेक्ट्रिकल वर्क, प्लंबिंग और टेलरिंग सहित विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रमों में पंजीकृत किए जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा नाभा और फाजिल्का में दो नए पेट्रोल पंप स्थापित करके अपनी व्यावसायिक पहलकदमियों का विस्तार भी किया गया है और वर्तमान में पेट्रोल पंपों की कुल संख्या आठ हो गई है।

स्टाफ संबंधी जरूरतों के बारे में बात करते हुए कैबिनेट मंत्री ने बताया कि हाल ही में 738 वार्डर और 25 मैट्रन भर्ती किए गए हैं और 179 और सुरक्षा स्टाफ की पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा विभिन्न कैडरों की 1220 पदों को सृजित करने की स्वीकृति दे दी गई है, जिसके संबंध में जल्द ही भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

जेल मंत्री ने बताया कि कैदियों और स्टाफ दोनों की मनोवैज्ञानिक सहायता के लिए पंजाब जेल विकास बोर्ड के तहत तीन काउंसलर नियुक्त किए गए हैं।

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