डिप्टी कमिशनरों को रिपोर्ट करने के आदेश, तहसीलदार सीधे नहीं संभालेेंगे पद
- डिप्टी कमिशनर तहसीलदारों को दे सकते हैं कोई अन्य काम, असल काम से रखा जाएगा दूर
चंडीगढ़ (सच कहूँ/अश्वनी चावला)। Tehsildar Transfer News: हड़ताल पर चल रहे पंजाब भर के 58 तहसीलदार व 177 नायब तहसीलदारों के तबादले करते हुए उनको बॉर्डर पर भेज दिया गया है। जो तहसीलदार व नायब तहसीलदार बॉर्डर जिले में पहले से ही तैनात थे, उनको पंजाब के बाकी जिलों में तैनात कर दिया गया है। इन तबादलों में एक अहम बात का ध्यान रखा गया है कि किसी भी नायब तहसीलदार या फिर तहसीलदार का तबादला 150 से 200 किलोमीटर से कम नहीं किया गया है। Chandigarh News
वहीं तबादले करने के बाद भी इन तहसीलदारों व नायब तहसीलदारों को हवा में लटकाते हुए पोस्टिंग नहीं दी गई है, इन सभी तहसीलदारों व नायब तहसीलदारों को आदेश दिए गए हैं कि वह अपने जिले के डीसी के पास रिपोर्ट करें व डिप्टी कमिशनर द्वारा दिए गए काम को पूरा करें। जिससे साफ है कि फिलहाल किसी भी तहसीलदार व नायब तहसीलदार को रजिस्ट्रियां करने की ड्यूटी पर नहीं लगाया जाएगा व उनसे किसी और तरह के काम लेते हुए उनको हवा में ही लटकाकर रखा जाएगा। Chandigarh News
जानकारी के अनुसार पंजाब भर में तहसीलदारों ने विजीलैंस की कार्रवाई के खिलाफ बीते सोमवार से हड़ताल पर जाने का एलान किया था। तहसीलदारों की इस हड़ताल को देखते हुए मंगलवार सुबह ही सीएम भगवंत मान ने सख्त कार्रवाई करते हुए पंजाब भर की तहसीलों में रजिस्ट्रियां को करने के लिए अधिकार कानूनगो व अन्य अधिकारियों को दे दिए गए थे, जिसके बाद मान ने साफ कर दिया था कि वह भ्र्रष्टाचार करने वाले तहसीलदारों की तरफ से ब्लैक-मेल नहीं होंगे, बल्कि उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई तक की जाएगी, जिस के तहत मंगलवार को पहले 15 तहसीलदारों को सस्पेंड किया गया था।
घरों से 200 किलोमीटर दूर भेजा | Chandigarh News
अब बुधवार को 58 तहसीलदार व 177 नायब तहसीलदारों का तबादला करते हुए उनके घरों से 200 किलोमीटर तक दूर भेज दिया गया है, जिसके बाद तहसीलदारों व नायब तहसीलदारों में भगदड़ का माहौल तक पैदा हो गया है। इन तबादलों के आदेश के नीचे के हिस्से में साफ लिखा हुआ है कि सभी 58 तहसीलदार व 177 नायब तहसीलदारों को अपनी नई पोस्टिंग के जिले के डिप्टी कमिशनरों के पास पेश होना होगा व उनके द्वारा दिए जाने वाले काम को ही पूरा करना होगा। इससे सभी नायब तहसीलदार व तहसीलदार हवा में लटक गए हैं, क्योंकि जब तक डिप्टी कमिशनरों द्वारा कोई सीट नहीं दी जाएगी, उतने समय तक डिप्टी कमिशनर कार्यालय में ही बैठकर इंतजार करना होगा।
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